इतिहासप्रमुख स्थलप्राचीन भारत
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल भितरगाँव
कानपुर नगर से 20 मील की दूरी पर दक्षिण की ओर भितरगाँव बसा हुआ है। यहाँ गुप्तकाल में एक सुन्दर मन्दिर का निर्माण हुआ। यह भगवान विष्णु का मन्दिर 70 इंच ऊँचा था। इसका निर्माण ईंटों की सहायता से हुआ था। इसका निर्माण ऊँचे गोल चबूतरे पर हुआ था। इसका गर्भगृह 15 इंच का है। इसका बाहरी भाग कलापूर्ण है। चतुर्दिक बने हुए ताखों में अनेक मिट्टी की मूर्तियाँ रखी हुई है जो रामायण, महाभारत तथा पुराणों से सम्बन्धित है। मन्दिर की भीतरी दीवारों पर भी कई अलंकरण है। इसका शीर्षभाग नष्ट हो गया है।
भितरगाँव का मन्दिर गुप्त वास्तुकला का सुन्दर उदाहरण है। इसकी वास्तु का प्रभाव कालान्तर में गुर्जर-प्रतिहारों द्वारा बनवाये गये कन्नौज, ग्वालियर आदि के मन्दिरों पर पड़ा।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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