सीडीएस(CDS) परीक्षा की तैयारी कैसे करे

भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में शामिल होने के लिए UPSC द्वारा साल में दो बार सीडीएस की परीक्षा आयोजित की जाती है। प्रतियोगिता बहुत कठिन है और तैयारी करने के स्मार्ट तरीके सीडीएस की परीक्षा में उम्मीदवारों को सफलता पाने में मदद कर सकते हैं। भारतीय सैन्य अकादमी (IMA), भारतीय नौसेना अकादमी (INA), वायुसेना अकादमी (AFA), अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (OTA) में प्रवेश लेने के लिए सीडीएस की परीक्षा का आयोजन किया जाता है। जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा में अर्हता प्राप्त करते हैं, उन्हें SSB इंटरव्यू और चिकित्सा परीक्षण के लिए बुलाया जाता है। चयन प्रक्रिया के सभी चरणों को पार करने के बाद, छात्रों को चयनित किया जाता है। इस पोस्ट में आपको सीडीएस परीक्षा की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होगी।

जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा में पास हो जाता है। उसके बाद में उन्हें साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। सीडीएस की परीक्षा देने के बाद उम्मीदवार को भारत की तीनो सेना में भर्ती होने का मौका मिलता है। वायसेना, थलसेना और नौसेना में से किसी भी एक में भर्ती हो सकता है।

यूपीएससी, सीडीएस भर्ती के लिखित परीक्षा और इंटरव्यू आयोजित कराता है। जिसके बाद सफल होने वाले उम्मीदवारों को ट्रेनिंग के लिए इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून नेवल, अकादमी गोवा, एयरफोर्स अकादमी हैदराबाद और ऑफिसर ट्रेनिंग चेन्नई भेजा जाता है। यूपीएससी का काम सिर्फ परीक्षा का आयोजन करना मात्र होता है।

सीडीएस(CDS) क्या है

CDS का फुल फार्म Combined Defense Service होता है। यह एक प्रवेश परीक्षा है जो सेना में अधिकारी भर्ती के लिए करवाई जाती है। यह परीक्षा देने के लिए आपको ग्रेजुएट होना जरूरी है। अगर आप सेना में भर्ती होना चाहते है तो आपको सीडीएस की परीक्षा देना चाहिए। इस परीक्षा में सफल होते है तो आप सेना में एक अच्छी पोस्ट पर नौकरी प्राप्त कर सकते है।

सीडीएस(CDS) परीक्षा सलेब्स और पैटर्न

सीडीएस शैक्षणिक योग्यता

सीडीएस की परीक्षा तीनों भारतीय सेनाओं में से एक में भर्ती होने के लिए परीक्षा है। हालाँकि तीनों भारतीय सेना में भर्ती के लिए अलग-अलग पात्रता मापदंड है और जो उम्मीदवार सारे सीडीएस पात्रता मापदंड को पूरा करता है वही उम्मीदवार सी डी एस परीक्षा के योग्य माना जाता है। आइए अब अच्छे से सीडीएस पात्रता मापदंड जानते हैं।

  • भारतीय सैन्य अकादमीः -ऑफिसर अकादमी के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या समकक्ष से स्नातक डिग्री होनी चाहिए।
  • भारतीय नौसेना अकादमीः- इस अकादमी के लिए Chemistry, Maths और Physics के साथ BSC या फिर इंजिनीयरिंग की डिग्री होनी चाहिए।
  • वायु सेना अकादमी ः- इस अकादमी के लिए मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय की डिग्री के साथ 10+2 में Maths और Physics विषय होने चाहिए या फिर इंजिनीयरिंग की डिग्री होनी चाहिए।
सीडीएस आयु सीमा
  • भारतीय सैन्य अकादमी के लिए उम्मीदवार 19 से 24 साल का होना चाहिए।
  • भारतीय नौसेना अकादमी के लिए उम्मीदवार 19 से 25 साल का होना चाहिए।
  • वायु सेना अकादमी के लिए उम्मीदवार 19 से 24 साल का होना चाहिए।
  • अधिकारी परिक्षण अकादमी के लिए उम्मीदवार 19 से 25 साल का होना चाहिए।
सीडीएस(CDS) की तैयारी कैसे करे

सीडीएस परीक्षा में तीन पेपर शामिल हैं: सामान्य ज्ञान, अंग्रेजी और गणित। प्रत्येक पेपर 100 अंक है और समय 2 घंटे है। IMA, INA और AFA में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षा में सभी तीन पेपर जबकि OTA पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए केवल दो पेपर होंगे। इसे क्यिलयर करने के लिए यहाँ आपको कुछ टिप्स बताये गये है जिनकी सहायता से आप सीडीएस परीक्षा को आसानी से क्यिलयर कर सकते है।

  • परीक्षा पैटर्न और सलेब्स को समझेः- सीडीएस परीक्षा की तैयारी में यह पहला कदम है। परीक्षा के पाठ्यक्रम से छात्रों को उन पेपर्स के बारे में जानने में मदद मिलती है जो परीक्षा में होंगे और ये पेपर्स कितने मार्क्स के होंगे। साथ ही, पाठ्यक्रम का ज्ञान उम्मीदवारों को उन विषयों को जानने में भी मदद करता है जिन्हें तैयार करने की आवश्यकता है।
    • परीक्षा पैटर्न की जानकारी महत्वपूर्ण है क्योंकि छात्रों को इस से पता चलता है कि चयन प्रक्रिया के चरण क्या हैं। सिर्फ एक लिखित परीक्षा है या कोई चिकित्सा और शारीरिक परीक्षण भी है।
    • कुछ परीक्षाओं में, इंटेलिजेंस और व्यक्तित्व परीक्षण भी होते हैं जिसके लिए छात्रों को एक साथ तैयारी करनी होती है क्योंकि लिखित परीक्षा के बाद छात्रों को तैयारी के लिए अधिक समय नहीं मिल पाता है।
  • पिछले साल के प्रश्न पत्रों को हल करेंः- जब आप परीक्षा पैटर्न और पाठ्यक्रम से परिचित हो जाते हैं तो आपको सीडीएस परीक्षा के पिछले साल के कुछ पेपर्स को हल करना चाहिए। इस तरह आप असली परीक्षा के टॉपिक्स के बारे में जान लेंगे। पिछले साल के कुछ पेपर्स को हल करने के बाद, आपको अपने उत्तरों को स्वयं या विषय विशेषज्ञों द्वारा चेक करा लेना चाहिए। अब, छात्रों को चाहिए कि वे अपने प्रदर्शन का आकलन करें और जानने की कोशिश करें कि कौन सा विषय मजबूत है और किस विषय में सुधार की आवश्यकता है।
  • अपने आप पर विश्रास और कमजोरी को दूर करेः- यह आवश्यक है कि आपको पता होना चाहिए कि आपकी क्षमता और कमजोरी क्या है। चूंकि, परीक्षा कठिन होती जा रही है; इसलिए उचित रणनीति की आवश्यकता है।
    • यदि उम्मीदवार कट-ऑफ के ऊपर स्कोर करने की उम्मीद करता है, तो उसे केवल एक विषय की तैयारी में अपना समय बर्बाद नहीं करना चाहिए, बल्कि इन सभी विषयों को समान रूप से समय देना चाहिए।
    • किसी एक पेपर पर पूर्ण पकड़ है और छात्र उस पेपर में अच्छे मार्क्स के बारे में निश्चित हैं, तो उन्हें कट ऑफ पार करने के लिए पर्याप्त रूप से अध्ययन करना चाहिए और एक पेपर इतना मजबूत बनाना चाहिए कि वे उस पेपर में पर्याप्त से अधिक स्कोर करें।
  • पिछले साल के कटऑफ को जाननाः- छात्रों को पिछले पिछले वर्षों की परीक्षाओं के कट ऑफ की जानकारी हासिल करनी चाहिए। पिछले साल के कट ऑफ को जानने का निम्नलिखित लाभ है:-
    • ऐसा करने से उन्हें यह पता चल जायेगा कि सबसे सुरक्षित स्कोर क्या हो सकता है।
    • छात्र मॉक टेस्ट में शामिल होते हैं, तो वे यह जान सकते हैं कि जितने मार्क्स वे ला रहे हैं वह पिछले साल की कट ऑफ की तुलना में ज्यादा है या कम। यह बताएगा कि उनकी तैयारी कैसी चल रही है।
    • उनके मार्क्स पिछले साल की कट ऑफ की तुलना में कम हो रहे हैं तो वे यह भी जानेंगे कि आगे उन्हें कहां सुधार करना है और किस विषय पर ध्यान देने की जरूरत है।
  • गणित की तैयारी के कुछ स्मार्ट तरीकेः- गणित में बेहतर स्कोर करने के लिए कुछ स्मार्ट तरीके अपनाए जा सकते हैं। तैयारी में छात्रों की मदद करने के लिए यहां कुछ स्मार्ट तरीके दिए गए हैं:-
    • सवालों को तेजी से हल करने के लिए अपनी गति बढ़ाए।
    • जरुरी फार्मूला को एक जगह रखें।
    • शॉर्ट-कट तकनीक का उपयोग करें।
    • समय प्रबंधन करें।
    • केवल मानक पुस्तक का प्रयोग करें।
  • अंग्रेजी में अपनी पकड़ मजबूत बनाएंः- अंग्रेजी एक ऐसा पेपर है जो छात्रों को CDS परीक्षा में बेहतर स्कोर करने में मदद करता है। यदि उम्मीदवार  गंभीर हैं, तो उन्हें इस पेपर को अच्छी तरह से तैयार करना चाहिए। अंग्रेजी के पेपर में पूछे जाने वाले टॉपिक्स में शामिल हैं:-
    • स्पॉटिंग एरर्स
    • सेंटेंस अरेंजमेंट
    • फिलर्स
    • पर्यायवाची और विलोम
    • शब्द या वाक्यांश का चयन
    • ऑर्डर ऑफ सेंटेंस, कॉम्प्रिहेंशन।
  • जीके(GK) को सुदृढ़ करेंः- इस खंड में प्रश्नों को हल करने के लिए गणित और अंग्रेजी में लगने वाली कौशल की आवश्यकता नहीं है। यह खंड तथ्यों पर आधारित है। यदि छात्रों को तथ्य पता है तो वे निश्चित रूप से जवाब देंगे।  GK को मजबूत बनाने के लिए स्मार्ट तरीके यहां दिए गए हैं:-
    • उम्मीदवार को GK पेपर की तैयारी के लिए NCERT की किताबों का अध्ययन करना चाहिए। GK पेपर की तैयारी के लिए NCERT की किताबें आधार होती हैं।
    • GK को और बेहतर बनाने के लिए इयर बुक पढ़ा जा सकता है। इयर बुक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें पूरे वर्ष के सभी सभी घटनाओं का वर्णन होता है जो करंट अफेयर्स के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण हैं।
    • कुछ ऐसी किताब है जो CDS के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सभी विषयों को शामिल करती है। पुस्तक GK की सभी जरूरतों के लिए है। छात्र को यह किताब पढ़नी चाहिए।
    • छात्रों को ऑनलाइन GK Test में शामिल होना चाहिए या CDS मॉक टेस्ट में शामिल होना चाहिए।

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