सीटेट(Central Teacher Eligibility Test) परीक्षा की तैयारी कैसे करे

यदि आप सीटेट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से सीटेट परीक्षा की सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी। शिक्षक शब्द जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर दुनिया में अध्यापक न रहे तो जीवन पशु समान है। इसीलिए शिक्षक को हमेशा गुरु का दर्जा देना चाहिए। जैसा की हम जानते हैं, शिक्षक समाज का मुख्य हिस्सा है। अगर हम किसी विभाग में नौकरी करते हैं तो वह गुरुजनों की ही देन है। सीटेट एक अध्यापक पात्रता परीक्षा है। सीटेट परीक्षा पास करने के बाद अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। इस कोर्स के बाद आप ततृीय श्रेणी अध्यापक की परीक्षा देने के पात्र हो जाते हैं।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 2011 से केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन शुरू कर दिया था। तब से सरकारी स्कूलों में शिक्षक की नौकरी पाने के लिए CTET अनिवार्य हो गया है। सच्चाई यह है कि प्रमुख निजी स्कूलों में भी भर्ती के लिए CTET की परीक्षा में पास हुए शिक्षकों को ही प्राथमिकता दी जाती है। इसलिए यदि आप शिक्षण के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो CTET आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।

हर साल सीबीएसई द्वारा सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CTET) की परीक्षा कक्षा एक से कक्षा आठ तक के लिए शिक्षक नियुक्त करने के लिए ली जाती है। ये परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है।

CTET(Central Teacher Eligibility Test) परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न और सलेब्स 

सीटेट(Central Teacher Eligibility Test) क्या है

सीटेट एक शिक्षक पात्रता परीक्षा है । जिसको केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा साल में दो बार आयोजित की जाती है। यह बच्चों को निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा अधिनियम (RTE) के कार्यान्वन के साथ विभिन्न स्कूलों में रिक्तियों को भरने के लिए शिक्षकों की भर्ती करने के लिए शिक्षकों की आवश्यकता होती है| केन्द्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा, CTET Exam  वहीं प्रक्रिया है, जिसके द्वारा सही और योग्य शिक्षकों की भर्ती की जा सके। नेशनल काउन्सिल फॉर टीचर्स एजुकेशन (NCTE) ने नियम तय किये हैं। कि केन्द्रीय स्कूलों में शिक्षक की नौकरी के लिए उम्मीदवार को CTET Exam पास करना होगा। इस परीक्षा को आयोजित करने की जिम्मेदारी सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ स्कुल एजुकेशन के साथ UPSC को सोपी गयी है।

सीटेट के लिए शैक्षणिक योग्ताएँ

पेपर-। : के लिए शैक्षणिक योग्ताएँ
  • सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण हो और प्रारंभिक शिक्षा में 2- वर्षीय डिप्लोमा के अंतिम वर्ष में या पूरा किया हुआ हो। या फिर
  • वरिष्ठ माध्यमिक (या इसके समकक्ष) कम से कम 45% अंकों के साथ और एनसीटीई (मान्यता मानदंड और प्रक्रिया) के मापदण्ड के अनुसार प्रारंभिक शिक्षा में 2- वर्षीय डिप्लोमा के अंतिम वर्ष में उत्तीर्ण हो।

सीटेट का पेपर-। पास करने के बाद आप कक्षा 1 से 5वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं

पेपर-।। : के लिए शैक्षणिक योग्यताएँ
  • स्नातक में कम से कम 50% अंकों के साथ पास किया हो और बैचलर इन एजुकेशन (B.Ed) में उत्तीर्ण। या फिर
  • स्नातक और प्रारंभिक शिक्षा में 2 वर्षीय डिप्लोमा के अंतिम वर्ष में या फिर उत्तीर्ण किया हुआ हो। या फिर
  • सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण और प्रारंभिक शिक्षा में 4- वर्षीय स्नातक (D.El.Ed) के अंतिम वर्ष में हो। या फिर
  • सीनियर सेकेंडरी (या इसके समकक्ष) में कम से कम 50% अंकों के साथ उत्तीर्ण और अंतिम वर्ष में 4- वर्षीय बी.ए. / बी.एससी. एड या B.A.Ed / B. Sc. Ed में हो।

सीटेट का पेपर-।। पास करने के बाद में आप कक्षा 6वीं से 8वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं।

सीटेट परीक्षा की तैयारी कैसे करें

1. परीक्षा पाठ्यक्रम और पैटर्न को समझे
  • किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता पाने के लिए उस परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न को समझना जरूरी है। एक बार आपने परीक्षा का सैलेब्स और पैटर्न अच्छे से समझ लिया तो आपके लिए इस परीक्षा की तैयारी करना काफी आसान हो जाएगा। सीटेट की परीक्षा में ऑब्जेक्टिव टाईप के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें चार विकल्प होते हैं। इन चार में से एक सही विकल्प को चुनना होता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि गलत विकल्प चुनने पर नेगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है। सीटेट के दो पेपर होते है जिसमेंः-
    • कक्षा 1 – 5 तक के शिक्षक बनने के लिए पहला पेपर देना होता है।
    • कक्षा 6 – 8 तक के शिक्षक बनने के लिए दूसरा पेपर देना होता।
    • जो लोग दोनों पेपर देना चाहते हैं। वे दोनों पेपर भी दे सकते हैं। दोनों पेपर देने के लिए उचित डिप्लोमा होना चाहिए।
2. पढ़ने का तरीका सही होना चाहिए
  • अभीष्ट परीक्षा हेतु आप अपनी योगयतानुसार पूरी तैयारी करें । उन महत्वपूर्ण प्रश्नों पर जो पिछले वर्षो के प्रश्न-पत्रों से परिलक्षित हैं उनका अध्य्यन करते समय अधिक ध्यान देना चाहिए । इसका अर्थ यह नहीं है कि,आप केवल चुनिन्दा प्रश्नों और शॉर्टकट में विश्वास रखें।आपको यह ज्ञान होना चाहिए कि  सीटेट परीक्षा के पैटर्न और सलेब्स के अनुरूप तैयारी करें।
3. तैयारी करने के लिए उचित टाइम टेबल बनाएं
  • सीटेट की तैयारी के लिए आपको टाइम टेबल बनाना जरूरी है। सबसे पहले ये देखें कि आपके पास तैयारी के लिए कुल कितना समय बचा है। अब ये देखें कि कौनसे विषय पर आपकी पकड़ अच्छी है और कौनसे विषय में आप कमजोर हैं। सिलेब्स की अनुकूलता के आधार पर हर सेक्शन की तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाना जरूरी है। टाइम टेबल में कमजोर विषयों को ज्यादा समय देने की कोशिश करें। एक बार आपने तैयारी के लिए टाइम टेबल बना लिया तो समझो आपका आधा काम हो गया है।
4. बाल शिक्षा शास्त्र पर फोकस करें
  • सीटेट का एग्जाम कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर की भर्ती के लिए होता है। इसलिए इसमें बाल शिक्षा शास्त्र से ज्यादा प्रश्न पूछे जाते हैं। आपको सलाह दी जाती है कि बाल शिक्षा शास्त्र पर ज्यादा फोकस करें। कोशिश करें की बाल शिक्षा शास्त्र का पूरा सिलेब्स अच्छे से पढ़ लिया जाए। और बाल शिक्षा शास्त्र के प्रश्न पत्रों को भी सॉल्व करें।
5. आपके बनाये नोट्स सरल हों
  • आपके द्वारा बनाये गए नोट्स इस तरह से हों कि देखते ही संबन्धित विषय /टॉपिक के सम्बन्ध में सब कुछ ध्यान में आ जाये।स्वयं के बनाये हुए नोट्स जल्दी याद होते हैं।
6. किसी प्रश्न को पूछने में हिचकिचाएं नही
  • यदि आपको कोई विषय- वस्तु समझ में नहीं आ रही है, तो आप उस पर अपने मित्रों, अध्यापको से चर्चा करें। उनसे पूछने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
7. पिछले साल के प्रश्न पत्रों की मदद ले और हल करे
  • सीटेट के एग्जाम में सफलता पाने के लिए पिछले साल के प्रश्न पत्रों को जरूर देखें और हल करें। इससे आपको प्रश्नों की प्रकृति को समझने में काफी मदद मिलेगी। अगर आपने सीटेट के पिछले कुछ सालों के प्रश्न पत्रों को अच्छे से हल करके देख लिया तो काफी हद तक आप इसकी तैयारी आसानी से कर सकते हैं। इसके अलावा आप चाहे तो मॉडल प्रश्न पत्रों को भी सॉल्व करके देख सकते हैं।
8. एनसीईआरटी की किताबें भी पढ़े
  • जब भी सीटेट की तैयारी की बात होती है तब एनसीईआरटी की किताबों का जिक्र जरूर हो जाता है। सीटेट की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की कक्षा एक से कक्षा आंठवी तक की किताबों को अवश्य पढ़ें। इन सभी कक्षाओं के सारे विषयों का अच्छे से अध्ययन करें। सीटेट परीक्षा का पैटर्न एनसीईआरटी की किताबों के आधार पर ही तैयार किया जाता है, इसलिए इन किताबों को पढ़ने से आप ज्यादा अच्छे से सीटेट की तैयारी कर पाएंगे।

नोटः CTET पेपर में कोई नेगेटिव मार्किंग नहीं होती है। इसलिए परीक्षा में खाली क्यों बैठना! जहां तक हो सके, ज्यादा से ज्यादा सवालों को हल करें!

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