UGC NET क्या होता है और प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें

राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा या UGC NET भारत में एक राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा है| UGC 1956 में भारत सरकार द्वारा स्थापित एक वैधानिक संगठन है। जो विश्वविद्यालयों के शिक्षा स्तर के समन्वय निर्धारण और रखरखाव के लिए जिम्मेवार है। यही संगठन है, जो भारत के विश्वविद्यालयों को मान्यता प्रदान करता है। और उनके लिए आवश्यक धनराशी वितरित करता है। UGC का मुख्यालय नई दिल्ली में है, और इसके छह क्षेत्रीय केंद्र भोपाल, पुणे, गुवाहाटी, बंगलौर, कोलकता और हेदराबाद है। आप नेट की तैयारी कर रहे हैं या फिर तैयारी करने की सोच रहे हैं तो हम आपकों इस पोस्ट के माध्यम से बतायेगें कि नेट की तैयारी कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

UGC NET क्या होता है

नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (NET) राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली परीक्षा है। इसका आयोजन सीबीएसई, यूनिवर्सिटी ग्रान्ट्स कमीशन करती है। जिसने भी 55 प्रतिशत अंक के साथ पोस्ट-ग्रेजुएशन की परीक्षा पास की हो वो इस एग्जाम के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस परीक्षा में पास होने के बाद परीक्षार्थी पीएचडी करने के साथ-साथ पूरे भारत में किसी भी यूनिवर्सिटी में शिक्षक बनने के योग्य हो जाते हैं।

यूजीसी नेट प्रवेश परीक्षआ के लिए सलेब्स और परीक्षा पैटर्न देखने के लिए यहाँ क्लिक करे प्रारूप

नेट परीक्षा की सफलता के लिए स्किल और इछाश्क्ति दोनों का होना आवश्यक है। यह परीक्षा भले ही ज्यादा टफ ना हो लेकिन प्रतिस्पर्धा बहुत टफ होती है। इसमें टॉप रैंकिंग के हिसाब से 15 प्रतिशत उम्मीदवारों का ही चुनाव होता है। यहां नेट(NET) परीक्षा में सफल होने के लिए कुछ सुझाव दिए जा रहे है, जो इस परीक्षा में सफल होने के लिए आप की मदद कर सकते है।

UGC NET प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करे
पाठ्यक्रम को समझें और परीक्षा के लिए सही रणनीति बनायें।
  • इस परीक्षा में दो पेपर होते है। पेपर -।पेपर -।।, जिसमें पेपर -। सामान्य योग्यता या जी.के. के प्रश्नों पर आधारित होते हैं । पेपर -।। आपके द्वारा चुने हुए चयनित विषय पर आधारित होता है। आपको सबसे पहले पाठ्यक्रम को समझने और उसकी सूची तैयार करने की आवश्यकता है कि परीक्षा में क्या-क्या आएगा उसकी एक सूची तैयार कर लें फिर उन विषयों के अनुसार सही पुस्तक का चुनाव करें। आप पाठ्यक्रम से अच्छे से परिचित हैं और आपके पास उपयुक्त पुस्तक हैं, तो आप अपनी योजना भी बेहतर बना पाएंगे। इस परीक्षा की अच्छे से तैयारी कर पाएंगे। 
समय रहते ही परीक्षा की तैयारी शुरू करें।
  • इस परीक्षा को देने के लिए बहुत से परीक्षार्थी यही गलती करते हैं कि वह इस परीक्षा की तैयारी देरी से शुरू करते हैं। जिससे पूरा पाठ्यक्रम कवर करने का समय नहीं मिल पाता है। अगर वह उसे पूरा पढ़ भी लेते हैं तो उसे फिर से दोहरा नहीं पाते हैं। फिर उसे जल्दी-2 में पढ़ते हैं। जैसे ही परीक्षा का समय नजदीक आता है तब भूलने की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है। आप परीक्षा की तैयारी कम से कम 6 महीने पूर्व से चालू करें ताकि आपको पूरा पाठ्यक्रम पढ़ने का और उसको याद करने का समय मिल सके।
नोट्स बनायें
  • ज्यादातर लोग दूसरों के नोट्स का अनुसरण करते हैं । अगर स्वयं के बनाए हुए नोट्स से पढ़ाई करेगें तो आपको अपनी लिखी गई बातों को समझने में ज्यादा समय नहीं लगता है और दूसरा जब आप लिखते हैं तो आपका दिमाग भी उसको पढ़ता है। आपकी हर विषय याद रखने की क्षमता बढ़ जाती है। इसलिए आप अपने नोट्स स्वयं बनाएं व उनको याद करने का प्रयास करें। आप अपने हिसाब से पढ़ने के लिए सरल और उपयोगी नोट्स बना सकते हैं।
पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्रों को हल करें
  • आप पिछले 10 वर्षों के पेपर की एक अच्छी पुस्तक खरीद लें और उन प्रश्नों को बार-बार हल करें। इसके लिए आप हर एक दिन एक प्रश्न पत्र को हल करना शुरू करें और उसको देखें कि उस पूरे प्रश्नपत्र को हल करने में आपको कितना समय लगा। आप दिन-प्रतिदिन कितना सुधार कर रहे हो। लगातार प्रश्न पत्रों को हल करने से पहले फायदा यह होगा कि आपको यूजीसी नेट में आने वाले प्रश्नों के बारे में सही जानकारी हो जाएगी। जिससे आप पूरी तरह से तैयार हों जोयेगें। दूसरा फायदा यह होगा कि आपकी प्रश्नों को हल करने की गति भी बढ़ेगी। 
परीक्षा के समय प्राथमिकता तय करें
  • जब आपके पास परीक्षा का पत्र आता है तब अक्सर आप पहले किस प्रश्न पत्र को हल करें या फिर प्रश्न पत्र में किस विषय को पहले हल करें। आप प्रश्न पत्र में पहले उन विषयों को चुने जो आपके लिए सरल हों व जो आपको अच्छी तरह से आते हों। अगर आप प्रश्न पत्र हल करते समय पहले अपने लिए कठिन विषय को चुनेंगे तो इससे आपका मनोबल गिरेगा व इसमें आपका समय भी ज्यादा लगेगा। अगर आप बाद में अपने पसंदीदा विषय करेंगे तो उस समय तक आपका मनोबल कम हो चुका होगा व घबराहट में उन प्रश्नों में भी आपसे गलती करने की संभावना बढ़ जाती है।
परीक्षा की समय अवधि का ध्यान
  • आपको अपनी गति के साथ-साथ समय का भी उचित संतुलन बनाकर चलना है, क्योंकि यह सब आपकी गति और समय पर निर्भर करता है। आप पहले से ही अपनी गति व समय को संतुलित बनाकर चलें ताकि आप पूरे पेपर को समय पर हल कर सकें।
सटीकता का ध्यान रखें
  • कई परीक्षार्थी इस पर ध्यान नहीं देते हैं और इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने से वंचित रह जाते हैं। इसके लिए आपको अपनी गति व समय के संतुलन के साथ-साथ सटीकता पर भी ध्यान उतना ही आवश्यक है। कई बार हम जल्दबाजी में प्रश्नों को जल्दी हल करने की सोचते हैं और उसी चक्कर में गलत उत्तर लिख देते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि आपको लगता है कि आपने ज्यादा से ज्यादा प्रश्नों को हल किया हैं, परन्तु उनमें से आधे प्रश्नों के उत्तर आपने गलत लिख दिये। इसलिए आप इस बात का ध्यान रखें कि प्रश्नों को जल्दबाजी में हल ना करें। इससे प्रश्नों के गलत होने की संभावना बहुत कम हो जायेगी।
अपने आप को परीक्षा के लिए फिट( फ्रेश) रखें
  • आपको अपने दिमाग को फ्रेश रखने की भी आवश्यकता है। इसके लिए आवश्यक है कि आप सुबह की सैर पर जायें, योगा करें, व्यायाम करें, अपने दोस्तों से सहपाठियों से बातें करें, बाहर घूमने जाए, संगीत सुनें। आप अपने जीवन में इन सभी बातों का संतुलन बनाकर चलें। इससे आपके दिमाग को तरोताजा महसूस करेगें।
अपने आप पर पूरा विश्वास रखना
  • कई परीक्षार्थी यह सोच लेते है कि इस परीक्षा में इतने परीक्षार्थी बैठते हैं और उनके मुकाबले सीट्स इतनी कम होती हैं, और मैं उनका मुकाबला कैसे कर पाऊंगी/पाऊंगा तो आपको इस बात पर ध्यान देने या सोचने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। अच्छे से परीक्षा की तैयारी करेंगें और परीक्षा देते समय सभी प्रश्नों का उत्तर उचित समय में हल करेगें तो आप भी इस परीक्षा को उत्तीर्ण कर पायेगें। आपको भी इस परीक्षा में एक सीट लेनी है या उत्तीर्ण करनी है। परीक्षा देते समय आपको अपने आप पर पूर्ण भरोसा रखना अत्यंत आवश्यक है। अगर आप अपने आप पर भरोसा रखेंगें तो आपके उत्तीर्ण होने की संभावना भी बढ़ जायेगी।
सरकारी नौकरियों की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें

Reference : https://indiaolddays.com