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चोल शासक राजराज द्वितीय का इतिहास

राजराज द्वितीय कुलोत्तुंग द्वितीय का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था। उसने 1150-1173ई. तक शासन किया था। उसके समय में चारों ओर शक्तिशाली सामंतों का उदय हुआ। उसका राज्य संपूर्ण तेलगू प्रदेश, कोंगूनाद के अधिकांश भागों तथा गङ्गवाडि के पूर्वी भाग तक फैला हुआ था। उसके कोई पुत्र नहीं था। अतः 1166 ई. में उसने विक्रम चोल के पौत्र राजाधिराज द्वितीय को अपना युवराज नियुक्त किया।

References :
1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव 

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