चंद्रगुप्त द्वितीय
- सितम्बर- 2019 -21 सितम्बर
चंद्रगुप्त द्वितीय तथा वाकाटक संबंध
यह काल वाकाटक-गुप्त संबंध का स्वर्णकाल माना जाता है। चंद्रगुप्त ने अपनी विधवा पुत्री को प्रशासन में सहयोग दिया।
Read More » - अगस्त- 2019 -26 अगस्त
चंद्रगुप्त द्वितीय के सिक्के
इस प्रकार के सिक्के सबसे अधिक मिलते हैं। इनके मुख भाग पर धनुष-बाण लिये हुये राजा की मूर्ति, गरुङध्वज तथा…
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चंद्रगुप्त द्वितीय का विद्या प्रेम
हम कह सकते हैं,कि चंद्रगुप्त का काल में गुप्त शासन का स्वर्ण युग था।
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चंद्रगुप्त द्वितीय की शासन-व्यवस्था कैसी थी
चंद्रगुप्त द्वितीय एक योग्य एवं कुशल शासक था। गुप्त प्रशासन का निर्मण उसी ने किया था। चंद्रगुप्त द्वितीय का शासन…
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चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) की उपलब्धियां
मेहरौली के लेख में चंद्रगुप्त के नाम का केवल चंद्र ही प्रयुक्त किया गया है। चंद्रगुप्त की कुछ मुद्राओं पर…
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चंद्रगुप्त (विक्रमादित्य)की विजय
शक उन दिनों गुजरात और काठियावाङ में शासन करते थे। यद्यपि उन्होंने समुद्रगुप्त की अधीनता स्वीकार कर ली थी, तथापि…
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चंद्रगुप्त द्वितीय के वैवाहिक संबंध
अतः चंद्रगुप्त द्वितीय ने भी, जो अपने पिता के ही समान एक कूटनीतिज्ञ एवं दूरदर्शी सम्राट था, सर्वप्रथम वैवाहिक संबंधों…
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चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) कौन था
चंद्रगुप्त की प्रथम ज्ञात तिथि गुप्त संवत् 61 अर्थात् 380 ईस्वी है,जो उसके मथुरा स्तंभलेख से प्राप्त होती है। यह…
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