जैन साहित्य
- जनवरी- 2021 -19 जनवरीइतिहास
महाजनपद महत्त्वपूर्ण तथ्य के बारे में जानकारी
छठी शताब्दी ई.पू. में सोलह महाजनपदों के अस्तित्व का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तर निकाय में प्राप्त होता है। इन महाजनपदों…
Read More » - अगस्त- 2020 -8 अगस्तइतिहास
महाजनपद युग महत्त्वपूर्ण तथ्य
छठी शताब्दी ई.पू. में सोलह महाजनपदों के अस्तित्व का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तर निकाय में प्राप्त होता है। इन महाजनपदों…
Read More » - जुलाई- 2020 -29 जुलाईजैन धर्म
जैन धर्म के ग्यारह गणधरों के नाम
गणधर जैन दर्शन में प्रचलित एक उपाधि है।गणधर वह व्यक्ति होता है, जो धर्म के गण को धारण करता है।…
Read More » - जून- 2020 -30 जूनइतिहास
जैन धर्म की देन
जैन धर्म का प्रभाव भारत में उतना व्यापक नहीं हुआ, जितना कि बौद्धधर्म का तथा यह कुछ ही भागों तक…
Read More » - 29 जूनइतिहास
जैन धर्म का प्रचार-प्रसार
महावीर स्वामी के जीवन काल में ही उनके मत का मगध तथा उसके समीपवर्ती क्षेत्रों में व्यापक प्रचार हो गया।…
Read More » - 22 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा तथा साहित्य
प्राचीन भारतीय सभ्यता विश्व की सर्वाधिक रोचक तथा महत्त्वपूर्ण सभ्यताओं में एक है। इस सभ्यता के समुचित ज्ञान के लिये…
Read More » - 10 जूनइतिहास
जैन साहित्य के बारे में जानकारी
जैन साहित्य को आगम (सिद्धांत)कहा जाता है। इसके अंतर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र, अनुयोग…
Read More » - मार्च- 2020 -17 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मथुरा
भगवान कृष्ण की जन्मस्थली मथुरा प्राचीन भारत की प्रसिद्ध नगरी थी। रामायण के अनुसार ‘मधु’ नामक दैत्य ने इस नगर…
Read More » - फरवरी- 2020 -13 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल गिरनार
गुजरात प्रान्त के जूनागढ़ जिले में स्थित गिरनार अथवा गिरिनगर प्राचीन भारत का एक तीर्थस्थल था। यहाँ से कई प्रसिद्ध…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -31 अक्टूबरइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का प्रशासन कैसा था
राष्ट्रकूट राज्य कई प्रांतों अथवा राष्ट्रों में विभाजित था, जो विषय अथवा जिलों में विभाजित थे। विषय पुनः भुक्तियों में…
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