पाण्ड्य
- अप्रैल- 2021 -28 अप्रैलइतिहास
स्लाइड : द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने आप को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों…
Read More » - फरवरी- 2021 -12 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन काल में भारत-रोम संबंधों के बारे पूरी जानकारी
भारत तथा पाश्चात्य विश्व के बीच संपर्क के प्राचीनतम संदर्भ मिलते हैं, तथापि इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं, कि…
Read More » - 10 फ़रवरीइतिहास
खारवेल का इतिहास
राजा बनने के बाद प्रथम वर्ष में खारवेल ने अपनी राजधानी कलिंग नगर में निर्माण कार्य करवाया। खारवेल ने तोरणों…
Read More » - जनवरी- 2021 -27 जनवरीइतिहास
अशोक का बौद्ध धर्म एवं परराष्ट्र नीति
अशोक की धम्म नीति ने उसकी परराष्ट्र नीति को भी प्रभावित किया तथा अशोक ने अपने पङोसियों के साथ शांति…
Read More » - जुलाई- 2020 -23 जुलाईइतिहास
प्राचीन काल में भारत-रोम संबंध कैसे थे
भारत तथा पाश्चात्य विश्व के बीच संपर्क के प्राचीनतम संदर्भ मिलते हैं, तथापि इस बात के स्पष्ट प्रमाण हैं, कि…
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म का उद्भव तथा विकास
शिव से संबंद्ध धर्म को शैव कहा जाता है, जिसमें शिव को इष्टदेव मानकर उनकी उपासना किये जाने का विधान…
Read More » - मई- 2020 -31 मईइतिहास
दक्षिण भारत में व्यापार तथा वाणिज्य
कृषि तथा शिल्प उद्योगों के साथ-साथ दक्षिण भारत में व्यापार-वाणिज्य की भी प्रगति हुई। इस काल की व्यापारिक गतिविधियों के…
Read More » - 30 मईइतिहास
दक्षिण भारत में कृषि कार्य
संगम काल के बाद में दक्षिण में कृषि का खूब विकास हुआ। इस समय जंगलों की कटाई कर अधिकाधिक भूमि…
Read More » - 29 मईइतिहास
दक्षिण भारत का समाज कैसा था
संगमकालीन समाज के विषय में बात करते हैं, तो हम पाते हैं, कि इस समय तक दक्षिण भारत का आर्यकरण…
Read More » - 29 मईइतिहास
पाण्ड्यों द्वारा बनवाये गये मंदिर
पल्लव तथा चोल शासकों द्वारा बनवाये गये मंदिरों में द्रविङ वास्तु का चरम विकास देखने को मिलता है। चोलों को…
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