पाण्ड्य
- मई- 2020 -4 मईइतिहास
कांची के पल्लव शासक सिंहविष्णु का इतिहास
महान पल्लव शासकों की सूची में सर्वप्रथम सिंहवर्मन के पुत्र तथा उत्तराधिकारी सिंहवषिष्णु (575-600ई.) का नाम आता है।
Read More » - 1 मईइतिहास
पाण्ड्य राजवंश का इतिहास
तमिल प्रदेश का तीसरा राज्य पाण्ड्यों का राज्य था, जिसमें प्रारंभ में तिनेवेली, रामनाड तथा मदुरा का क्षेत्र सम्मिलित था।
Read More » - अप्रैल- 2020 -25 अप्रैलइतिहास
द्वारसमुद्र के होयसल वंश का इतिहास
होयसल यादवों की एक शाखा थे, जो अपने को चंद्रवंशी मानते थे। वे गंगवाडि के पश्चिम में चालुक्य नरेशों के…
Read More » - मार्च- 2020 -28 मार्चइतिहास
पुलकेशिन द्वितीय एवं पल्लवों के बीच संघर्ष
आंध्र के दक्षिण में पल्लवों का शक्तिशाली राज्य था। पल्लव वंश का शासन इस समय महनेद्रवर्मन प्रथम (600-630 ई.) के…
Read More » - 20 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मदुरा
तमिलनाडु प्राप्त का वर्तमान मदुरै ही प्राचीनकाल का मदुरानगर था। यहाँ पाण्ड्य राज्य की प्रसिद्ध राजधानी थी। संस्कृत साहित्य में…
Read More » - 7 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पिथुण्ड
कलिंग नरेश खारवेल के हाथीगुम्फा लेख में इस स्थान का उल्लेख मिल है जिसके अनुसार उसकी सेना ने दक्षिण भारत…
Read More » - 1 मार्चइतिहास
दक्षिण भारत के इतिहास का प्रारंभ कहाँ से हुआ
वैसे तो दक्षिण भारत का प्रारंभ पूर्ववैदिक काल में ही हो गया था, तथापि ईसा पूर्व छठीं शता. तक उत्तर…
Read More » - फरवरी- 2020 -24 फ़रवरीइतिहास
दक्षिण भारत के इतिहास की जानकारी के स्रोत
दक्षिण भारत के इतिहास के अध्ययन के लिये हमें उतनी अधिक सामग्री नहीं मिलती, जितनी उत्तर भारत के इतिहास की…
Read More » - 21 फ़रवरीइतिहास
दक्षिण भारत के बारे में जानकारी
विन्ध्यपर्वत से लेकर सुदूर दक्षिण में स्थित कन्याकुमारी तक का विशाल पठारी प्रदेश सामान्यतः दक्षिण भारत (South india) कहा जाता…
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