मालवा
- अप्रैल- 2020 -4 अप्रैलइतिहास
चालुक्य शासक जयसिंह द्वितीय का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य पंचम के बाद उसका भाई जयसिंह द्वितीय शासक बना। उसने कई युद्ध किये। मालवा के…
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विक्रमादित्य पंचम कल्याणी के चालुक्य वंश का शासक था
कल्याणी के चालुक्य शासक सत्याश्रय ने 1008 ई. तक राज्य किया। उसके कोई पुत्र नहीं था। अतः उसके बाद उसका…
Read More » - मार्च- 2020 -28 मार्चइतिहास
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियाँ तथा विजय
पुलकेशिन द्वितीय की उपलब्धियों का विवरण हमें ऐहोल लेख से प्राप्त होता है। ऐहोल लेख एक प्रशस्ति के रूप में…
Read More » - 22 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल मालवा
मध्य प्रदेश के आधुनिक उज्जैन, विदिशा तथा सागर जिलों की भूमि पर प्राचीनकाल का मालवा प्रदेश स्थित था। इसके दो…
Read More » - 13 मार्चइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल बंसखेड़ा
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले मे यह स्थान स्थित है। 1894 ई. मे यहाँ से हर्ष संवत् 22=628 ई. का…
Read More » - 3 मार्चइतिहास
बादामी (वातापी) का चालुक्य वंश के इतिहास की जानकारी के साधन
मी (वातापी) के चालुक्य वंश के इतिहास के प्रामाणिक स्रोत अभिलेख हैं। इनमें सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण चालुक्य शासक पुलकेशिन् द्वितीय का…
Read More » - फरवरी- 2020 -28 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल धारा नगरी
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित धार अथवा धारा नगरी मालवा के सुप्रसिद्ध परमार शासक भोज की राजधानी थी।…
Read More » - 23 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल दशपुर(मन्दसोर)
मध्य प्रदेश का वर्तमान मन्दसोर जनपद ही प्राचीन दशपुर था। यह पश्चिमी मालवा का प्रमुख नगर था। यह गुप्त काल…
Read More » - 12 फ़रवरीइतिहास
तुर्क आक्रमण के समय भारत की राजनीतिक दशा कैसी थी
मुस्लिम आक्रमण के समय भारत में एक बार पुनः विकेन्द्रीकरण तथा विभाजन की परिस्थितियाँ सक्रिय हो उठी थी। इस समय…
Read More » - 3 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कायथा
मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में चम्बल की सहायक नदी काली सिन्ध के दक्षिणी किनारे पर यह पुरातात्विक स्थल बसा…
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