मालवा
- नवम्बर- 2019 -19 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक मिहिरभोज प्रथम
उसने अपने वंश का वर्चस्व बुंदेलखंड में पुनः स्थापित किया तथा जोधपुर के प्रतिहारों (परिहार) का दमन किया।
Read More » - 17 नवम्बरइतिहास
गुर्जर प्रतिहार शासक-नागभट्ट प्रथम
ग्वालियर अभिलेख से पता चलता है, कि उसने एक शक्तिशाली म्लेच्छ शासक की विशाल सेना को नष्ट कर दिया। यह…
Read More » - 8 नवम्बरइतिहास
राष्ट्रकूट शासकों का इतिहास में योगदान
दांतिदुर्ग ने अपना जीवन चालुक्यों के सामंत के रूप में प्रारंभ किया था। उसने एक दीर्घकालीन राज्य की नींव रखी।…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -24 अक्टूबरप्राचीन भारत
हर्ष के समय धर्म तथा धार्मिक जीवन
उसने बौद्ध विहार एवं स्तूप भी निर्मित करवाये थे। हर्ष बौद्ध भिक्षुओं एवं श्रमणों का सम्मान करता तथा समय-2 पर…
Read More » - 14 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश का नरेश राज्यवर्धन
उसने सिंहासन ग्रहण किया और हर्ष को संबोधित किया कि - "आज मैं मालवा राजवंश का विनाश करने जाता हूँ।…
Read More » - 13 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
प्रभाकरवर्द्धन एक शक्तिशाली राजा था। उसकी उपलब्धियों का विवरण बाण के हर्षचरित में इस प्रकार से मिलता है - वह…
Read More » - 12 अक्टूबरइतिहास
मौखरि वंश तथा उत्तरगुप्त वंश के बीच संबंध कैसे थे
गुप्त वंश के पतन के बाद उत्तर भारत में जो शक्तियाँ स्वतंत्र हुई, उनमें कन्नौज के मौखरि तथा मगध और…
Read More » - 11 अक्टूबरइतिहास
मौखरि शासक ग्रहवर्मा का इतिहास
अब हुआ यह कि इस वैवाहिक संबंध से दोनों वंशों मौखरि तथा वर्द्धन वंश में घनिष्ठता स्थापित हो गयी। वहीं…
Read More » - 7 अक्टूबरइतिहास
देवगुप्त का इतिहास
इस प्रकार देवगुप्त ने कन्नौज पर अधिकार कर लिया। परंतु उसकी सफलता क्षणिक रही। प्रभाकरवर्द्धन के बङे पुत्र राज्यवर्द्धन ने…
Read More » - 6 अक्टूबरप्राचीन भारत
दामोदरगुप्त का इतिहास
दामोदरगुप्त ब्राह्मणधर्म का पोषक तथा उदार शासक था। अफसढ के लेख में कहा गया है,कि उसने अनेक ब्राह्मण कन्याओं का…
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