इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (IES) या इंजीनियरिंग सर्विसेज एग्जामिनेशन (ESE) में ऐसे इंजीनियर शामिल होते हैं जो भारत सरकार के अधीन काम करते हैं और इन्हें क्लास -1 अधिकारी के रूप में शामिल किया जाता है। वे सार्वजनिक क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के एक बड़े हिस्से का प्रशासन करते हैं, जो भारतीय रेलवे, विद्युत, दूरसंचार, केंद्रीय जल इंजीनियरिंग, इंजीनियरों की रक्षा सेवा, केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा का गठन करते हैं।
इन नौकरशाहों द्वारा किए गए कार्य की प्रकृति काफी हद तक उनकी इंजीनियरिंग शाखा और उनके द्वारा भर्ती की जाने वाली सेवा या कैडर पर निर्भर करती है। कैरियर की प्रगति उच्च सम्मान प्राप्त करने के लिए आसानी से हो जाती है। इस पोस्ट में पहली प्राथमिकता सहायक कार्यकारी अभियंता और पदानुक्रम अध्यक्ष / प्रबंध निदेशक के पद पर समाप्त होती है।
आईईएस (IES) क्या होता है-
आईईएस परीक्षा (IES Exam) का अर्थ है, भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा है। आईईएस परीक्षा (IES Exam) लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा सरकार के विभिन्न विभाग के तकनीकी एव प्रबंधकीय कार्यों के निष्पादन और रखरखाव के लिए सिविल सेवा और अधिकारीयों के पद पर अभ्यार्थियों की भर्ती करता है।
आईईएस(IES) परीक्षा के लिए सलेब्स और परीक्षा पैटर्न
आईईएस(IES) के अतर्गत आने वाली पोस्ट
इस पोस्ट के अतर्गत आने वाली छः प्रमुख जाॅब होती है। जो निम्न प्रकार से हैं-
- भारतीय रेलवे
- विद्युत
- दूरसंचार
- केंद्रीय जल इंजीनियरिंग
- इंजीनियरों की रक्षा सेवा
- केंद्रीय इंजीनियरिंग सेवा।
आयुसीमा और शैक्षणिक योग्यताएँ
- आयुसीमाः–
- उम्मीदवार की न्यूनत्तम आयु 21 वर्ष।
- अधिकतम आयु 30 वर्ष।
- अन्य पिछड़ा वर्ग को 3 साल की छूट।
- ST/SC वर्ग को 5 साल की छूट।
- शैक्षणिक योग्यताएँः-
- आवेदक के पास B.Tech की डिग्री निम्न में से एक में उत्तीर्ण होना चाहिए-
- Civil
- Electrical
- Machnical
- Electronic and Telecommunications।
आईईएस (IES) परीक्षा की तैयारी कैसे करे-
हर साल आईईएस परीक्षा (IES Exam) में लगभग लाखों उम्मीदवार भाग लेते है। आईईएस परीक्षा की परीक्षा कितनी कठिन होती है। यहां आईईएस परीक्षा (IES Exam) में सफलता प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है, जो आपकी इस परीक्षा में सफल होने के लिए मदद कर सकते है। जो निम्न प्रकार है-
- ग्रजुऐबशन के समय तैयारी शुरू करेः- आईईएस परीक्षा (IES Exam) के लिए तैयारी उम्मीदवार को स्नातक पाठ्यक्रम के साथ ही शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए उम्मीदवार स्नातक पाठ्यक्रम के दौरान अध्ययन के प्रत्येक विषय के बारें में सुनिश्चित करना चाहिए, अवधारणाओं को स्पष्ट किया जाना चाहिए| और कोई भी विषय छोड़ा नही जाना चाहिए। याद रखें यह कठिन परीक्षा है, तो इसकी तैयारी के लिए आप को अपना सौ प्रतिशत देना होगा|
- आत्मविश्वास रखेः- जब तैयारी कर रहे है या फिर पेपर देने जाते है तो अपने आप पर पूर्ण विश्वास होना चाहिए। जब आप प्रश्नों का उत्तर देते है, तो बहुत तार्किक रहें, अपने उत्तरों को विषय के बारें में अपने ज्ञान को प्रदर्शित करना होगा। इसलिए गहराई से सवालों का जबाब देने की कोशिस करें।
- पिछले सालों के पेपर हल करेंः- जितना सम्भव हो उतना पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल और अध्ययन करें, इससे एक तो आप को परीक्षा का पैटर्न समझ आ जाएगा दूसरा यह आपको परीक्षा के लिए तैयारी भी अच्छी हो जायेगी।
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