आईएएस(IAS) ऑफिसर कैसे बनते है

भारतीय नागरिक सेवा के तहत आईएएस ऑफिसर का चयन किया जाता है। यह नौकरी के लिए भारत की सबसे कठिन परीक्षा मानी जाती है। आईएएस ऑफिसर भारतीय नौकरशाही में टॉप पर होता है। इससे ऊपर केवल केवल मंत्री होते हैं। भारत में ऑल इंडिया सर्विस के तहत तीन टॉप अफसर चुने जाते हैं जिसमें आईएएस , आईपीएस और आईएफएस शामिल हैं। सिविल सर्विस परीक्षा में टॉप रैंक आईएएस पाने वाले ही आईएएस चुने जाते हैं। इनके जिम्मे देश चलाने का अधिकार होता है।

आईएएस क्या होता है-

आईएएस एक सिविल सेवा है। इसकी शुरुआत 1850 के दशक में हुई थी। आईएएस बनने के लिए एक बहुत ही कठिन प्रतियोगिक परीक्षा उत्तीर्ण करना होता है। जिसे हर वर्ष यूपीएससी द्वार आयोजित की जाती है। यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैंसी 24 से भी ज्यादा पदों पर नियुक्ति मिलती है। आईएएस भारत में सरकारी नौकरी की प्रथम श्रेणी की पोस्ट है। जिले में आईएएस जिला मजिस्ट्रेट, कलेक्टर या कमिश्नर हो सकता है। आईएएस ऑफिसर को सभी जगह काफी ज्यादा सम्मान दिया जाता है और यह देश और समाज में बहुत अच्छी नौकरी मानी जाती है।

आईएएस के लिए तैयारी कैसे करे

आईएएस ऑफिसर की जिम्मेदारी क्या-2 होती हैं-

सरकार की नीतियों को लागू करना और उनका पालन करवाना मुख्य रूप से आईएएस का काम होता है। जिले में आईएएस जिला मजिस्ट्रेट, कलेक्टर या कमिश्नर हो सकता है। इसके अलावा पद बढ़ने पर कैबिनेट सेक्रेटरी, जॉइंट सेक्रेटरी, अंडर सेक्रेटरी , डिप्टी सेक्रेटरी आदि पद भी मिलते हैं।

भारत में नौकरशाही का टॉप पद कैबिनेट सचिव का होता है जो संसद के प्रति जवाबदेह होता है। इसके अलावा आईएएस ऑफिसर को सरकार के विभिन्न विभागों, कंपनियों, बोर्ड आदि का प्रमुख भी बनाया जाता है जैसे सीबीएसई और बिहार बोर्ड के चेयरमैन आईएएस ऑफिसर ही होते हैं।

आईपीएस (IPS) ऑफिसर कैसे बनें

आईएएस ऑफिसर के लिए शैक्षणिक योग्यताएँ और आयुसीमा
  • शैक्षणिक योग्यताएँ
    • छात्र जो अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके हैं ।
    • ऐसे छात्र जो अपने ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष अथवा अंतिम सेमिस्टर में अध्यनरत हैं ।
  • आयुसीमा
    • सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों हेतु  न्यूनतम उम्र 21 वर्ष एवं अधिकतम 30 वर्ष हैं ।
    • ST – SC उम्मीदवारों को उम्र सीमा में 5 वर्ष की छूट दी जाती हैं ।
    • अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 3 वर्ष उम्र सीमा में छूट दी जाती हैं।
यूपीएससी की परीक्षा

स्नातक पूरी करने के बाद में या फिर स्नातक के अंतिम वर्ष में आपको यूपीएससी की परीक्षा के लिए आवेदन करना होता है। आप निम्न पदों की भर्तियाँ के लिए जैसे आईएएस, आईपीएस, आईआरएस और आईएफएस आदि की परीक्षा देने के लिए सबसे पहले यूपीएससी की परीक्षा पास करनी होती है। यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में होती है जिन्हें छोटे रूप में प्री, मेंस और साक्षातकार कहा जाता है। यूपीएससी की परीक्षा के तीनों चरणों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेगें। जो निम्न प्रकार से है-

  • प्री परीक्षा – यूपीएससी परीक्षा के लिए आवेदन करने के बाद जो प्रथम चरण है वो हैं प्रारंभिक(Preliminary) परीक्षा। इसमें 200 -200 अंक की दो परीक्षाएं होती हैं जिनमें वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं। अगले चरण में जाने के लिये सबसे पहले आपको इस परीक्षा को पास करना होता है। इस परीक्षा को पास करने के बाद में मैंन परीक्षा के लिए पात्रता मानी जाती है।
  •  मुख्य परीक्षा  – सिविल सर्विसेज़ के मेन एग्‍जाम में लिखित परीक्षा और इंटरव्‍यू शामिल है। लिखित परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं, जिनमें दो क्‍वालिफाइंग (A और B) और सात अन्‍य मेरिट के लिए हैं। विषय अंग्रेजी और निबंध के अलावा यह विषय शामिल है। जो निम्न प्रकार है :
    • भारतीय विरासत और संस्‍कृति, दुनिया और समाज का इतिहास, भूगोल ।
    • गवर्नेंस, संविधान, राजतंत्र, सामाजिक न्‍याय और अंतरराष्‍ट्रीय संबंध ।
    • टेक्‍नोलॉजी, इकनॉमिक डेवलपमेंट, बायो-डायवर्सिटी, पर्यावरण, सुरक्षा और आपदा प्रबंधन ।
    • आचार नीति, अखंडता, एप्‍टीट्यूड
  • सारे विषयों की लिखित परीक्षा का कुल योग 1750 होता है। अंतिम चरण का इंटरव्‍यू 275 का होता है इस प्रकार कुल अंक 2025 होते हैं।
  • ऑप्‍शनल सब्‍जेक्‍ट: उम्‍मीदवार एग्रीकल्‍चर, एनिमल हस्‍बेंड्री और वेटनरी साइंस, मानव विज्ञान, बॉटनी, केमिस्‍ट्री, सिविल इंजीनियरिंग, कॉमर्स और एकाउंटेंसी, इकनॉमिक्‍स, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, भूगोल, भू-विज्ञान, इतिहास, लॉ, मैनेजमेंट, मकेनिकल इंजीनियरिंग, मेडिकल साइंस, फिलॉसफी, फिजिक्‍स, पॉलिटिकल साइंस और अंतरराष्‍ट्रीय संबंध, मनोविज्ञान, पब्लिक एडमिनिस्‍ट्रेशन, समाजशास्‍त्र, स्‍टेटस्टिक्‍स, जू़लॉजी और भाषा (असमिया, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्‍नड़, कश्‍मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दु और अंग्रेजी) में से किसी एक का चुनाव बतौर ऑप्‍शनल सब्‍जेक्‍ट कर सकते हैं।
  • साक्ष्याताकार – मुख्य परीक्षा पास करने के बाद उम्‍मीदवारों को पर्सनल इंटरव्‍यू राउंड के लिए बुलाया जाता है। यह इंटरव्‍यू लगभग 45 मिनट का होता है। उम्‍मीदवार का इंटरव्‍यू एक पैनल के सामने होता है। इंटरव्‍यू के बाद मेरिट लिस्‍ट तैयार की जाती है। मेरिट लिस्‍ट बनाते समय क्‍वालिफाइंग पेपर के नंबर नहीं जोड़े जाते हैं।

आईआरएस(IRS) ऑफिसर कैसे बनें

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