बीएसटीसी क्या होता है और इसकी तैयारी कैसे करे

प्राइमरी क्लास के टीचर बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के लिए बीएसटीसी सर्टिफिकेट कोर्स करना जरूरी होता है। यह 2 साल का कोर्स होता है, जो कि 12 वीं कक्षा पास करने बाद किया जा सकता है। यह सरकारी/प्राइवेट प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए आवश्यक कोर्स है। बीएसटीसी के लिए प्रवेश परीक्षा लगती है। जिसको पास करने के बाद 2 साल के सर्टिफिकेट कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

बीएसटीसी क्या होता है-

बीएसटीसी का पूरा नाम बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाणपत्र(Basic Teaching Certificate) होता है। यह प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए पात्रता कोर्स है, जिसके करने के बाद में आप सरकारी/प्राइमरी विद्यालय में अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी अध्यापक की जाॅब के लिए भी परीक्षा दे सकते हो।

बीएसटीसी क्यों जरूरी है

अगर आप 12वीं कक्षा के बाद में अध्यापक बनना चाहते हैं तो आपके लिए बीएसटीसी कोर्स करना बहुत जरूरी है। आप इस कोर्स के बाद सरकारी/प्राइवेट विद्यालय में अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। बीएसटीसी पास करने के बाद पहली कक्षा से पाँचवीं कक्षा तक पढ़ा सकते हैं। सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा भी दे सकते हैं। यह 12वीं पास करने के बाद अध्यापक बनने का सबसे अच्छा कोर्स है। यह अध्यापक पात्रता के लिए जरूरी होता है।

बीएसटीसी करने के लिए क्या-2 योग्यताएँ होनी चाहिए

बीएसटीसी करने के लिए आपको 12वीं(10+2) कक्षा पास होना जरूरी है। जनरल वर्ग के लिए 12वीं कक्षा में 50 प्रतिशत मार्क्स और ओबीसी तथा एसएसटी विद्यार्थियों के लिए 45 प्रतिशत मार्क्स होना चाहिए। बीएसटीसी करने के लिए प्रवेश परीक्षा लगती है जिसको पास करना होता है फिर आप 2 साल के कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।

बीएसटीसी करने के लिए प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स
बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा की तैयारी कैसे करें

हम आपको बीएसटीसी करने के लिए सम्पूर्ण जानकारी देंगे कि कैसे बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते हैं और तैयारी किस प्रकार की जाये कि आप प्रवेश परीक्षा में उत्तीर्ण हो सके।

  • सही परीक्षा पाठ्यक्रम चुनेः-  बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा के लिए आपको एक अच्छे पाठ्यक्रम का चयन करना होता है। जिससे आपको परीक्षा में प्रश्न पेपर हल करने में आसानी हो।
  • पढ़ने का तरीकाः- अभीष्ट परीक्षा हेतु आप अपनी योगयतानुसार पूरी तैयारी करें । उन महत्वपूर्ण प्रश्नों पर जो पिछले वर्षो के प्रश्न-पत्रों से परिलक्षित हैं उनका अध्य्यन करते समय अधिक ध्यान देना चाहिए । इसका अर्थ यह नहीं है कि,आप केवल चुनिन्दा प्रश्नों और शॉर्टकट में विश्वास रखें। आपको यह ज्ञान होना चाहिए कि बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा के पैटर्न और सलेब्स के अनुरूप तैयारी करनी चाहिए।
  • रिवीजन हेतु टाइम-टेबल बनाएँः- जो भी आपने पढ़ा है, उसको रिवीजन करने के लिए अपना टाइम-टेबल तय करें। ध्यान रहे किअच्छे अंक अर्जित करने हेतु रिवीजन आवश्यक है। यह रिवीजन परीक्षा तिथि के कम-से-कम 15 दिन पूर्व हो जाना चाहिए। जिससे आपके ऊपर प्रेशर भी नहीं आयेगा और फ्री दिमाग से परीक्षा दे पायेगें।
  • आपके बनाये नोट्स सरल होंः- आपके द्वारा बनाये गए नोट्स इस तरह से हों कि देखते ही संबन्धित विषय /टॉपिक के सम्बन्ध में सब कुछ ध्यान में आ जाये।स्वयं के बनाये हुए नोट्स जल्दी याद होते हैं।
  • किसी प्रश्न को पूछने में हिचकिचाएं नही:- यदि आपको कोई विषय- वस्तु समझ में नहींआ रही है, तो आप उस पर अपने मित्रों, अध्यापको से चर्चा करें। उनसे पूछने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
  • अंतिम समय में रिवीजन करने से दूर रहेः- बहुत से छात्र , परीक्षा हाल में घुसने से पूर्व कुछ -न-कुछ पढ़ते या रिवीजन करते देखे जाते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप तनाव ग्रस्त हो सकते हैं। आप डिप्रेशन या फ़ार्गेटफूलनेस (सब कुछ भूल जाना ) के शिकार हो सकते हैं। अगर आप ऐसा करते है तो आपका आत्मविश्वास कम हो जाता है। आप परीक्षा में गलती करते हैं।
  • अच्छी तरह सोये और भोजन करेंः- बहुत से छात्र, परीक्षा के दिन न कुछ खाते हैं, न ही सोते हैं। सारी रात पढ़कर , दूसरे दिन परीक्षा देने जाते हैं। पूरी नींद एवं हल्का खाना दोनों ही ढ़ग से परीक्षा देने हेतु अति आवश्यक है। आप परीक्षा को अपने ऊपर हावी न होने दें। परीक्षा हेतु आप काफी समय से तैयारी कर रहे हैं, आपको बहुत सामान्य होकर परीक्षा देने जाना है। परीक्षा पूर्ण तरो-ताजगी से एवं तनाव रहित होकर देनी चाहिए।
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