आरएएस प्री और मुख्य परीक्षा सलेब्स और पैटर्न

राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) का परीक्षा प्राधिकरण आरएएस परीक्षा आयोजित करवाती है। जो उम्मीदवारों ने सफलतापूर्वक आवेदन पत्र भरा है और जो तैयारी करना चाहते है। वह उम्मीदवार आरपीएससी आरएएस सिलेबस को परीक्षा पैटर्न के साथ देख सकते हैं। परीक्षा पैटर्न उम्मीदवारों को परीक्षा के प्रश्नों और अंकन योजनाओं के प्रकार को समझने में मदद करता है। आरएएस परीक्षा के लिए परीक्षा पैटर्न और सलेब्स के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेगें-

एसडीएम ऑफिसर कैसे बने।

  • आरएएस ऑफिसर बनने के लिए दो परीक्षा और लास्ट में साक्ष्यताकार होता है- जो निम्न प्रकार से है-
  • प्रारंभिक परीक्षा – आरएएस के लिए योग्य उम्मीदवार होते है उनके राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSE) प्रारम्भिक परीक्षा का आयोजन करवाती है। जो की ऑबजेक्ट प्रकार की होती है। जिसमे 200 प्रश्न उत्तर होते है। जिसमे आपको अच्छे अंको से उतीर्ण होना है अगर आप अच्छे मॅार्क्स से पास हो जाते हो तो आपको मुख्य परीक्षा के लिए चयन हो सकते है।
  • मुख्य परीक्षा – प्रारंभिक परीक्षा में अच्छे अंको से उतीर्ण होने वाले वो परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा के लिए चयनित हो जाते है। प्रारम्भिक परीक्षा के विपरीत मुख्य परीक्षा में लघु, अतिलघुतरात्मक और निम्बधात्मक के रूप में सवाल आते है जिनका जवाब आपको संक्षेप और विस्तार में देना होता है।
  • साक्ष्यताकार – मुख्य परीक्षा पूरी होने के बाद आपको अपनी मेरिठ लिस्ट के आधार पर चुना जाएगा अगर आप मेरिठ लिस्ट में आपका नंबर आ जाता है तो आप साक्ष्यताकार के लिए चयन हो जाते हो। साक्ष्यताकार में आपको पास होना जरुरी है। इसको पास करते ही आप आरएएस ऑफिसर के लिए चुने जाते हो।
आरएएस के लिए प्रारंभिक(प्री) परीक्षा पैटर्न

आरएएस ऑफिसर कैसे बनते हैं।

आरएएस की लिखित परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होते हैं। आरपीएससी आरएएस प्री परीक्षा में सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान विषय होते हैं। यह एक वस्तुनिष्ठ प्रकार का पेपर है और 200 अंक रखता है। पेपर मानक बैचलर डिग्री स्तर का है। पेपर की समयावधि 3 घंटे की है। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 अंक काटे गए अंकन। 150 प्रश्न उपलब्ध हैं जो बहुविकल्पी (ऑब्जेक्टिव टाइप) के आते हैं।

पेपर
विषय सामान्य ज्ञान और सामान्य विज्ञान
प्रश्नों की संख्या150
कुल माॅर्क्स200
समय अवधि3 घण्टा
आरएएस के लिए प्रारंभिक(प्री) परीक्षा के लिए सलेब्स
राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्परा एवं विरासत
  • राजस्थान के इतिहास की महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएंए प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक व राजस्व व्यवस्था, सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे।
  • स्वतंत्रता आन्दोलन, जनजागरण व राजनीतिक एकीकरण ।
  • स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ- किले एवं स्मारक।
  • कलाएँ, चित्रकलाएँ और हस्तशिल्प।
  • राजस्थानी साहित्य की महत्त्वपूर्ण कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलियाँ।
  • मेले, त्यौहार, लोक संगीत एवं लोक नृत्य।
  • राजस्थानी संस्कृति, परम्परा एवं विरासत।
  • राजस्थान के धार्मिक आन्दोलन, संत एवं लोक देवता।
  • महत्त्वपूर्ण पर्यटन स्थल।
  • राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
भारत का इतिहास
  • प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत का इतिहास
    • प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के इतिहास की प्रमुख विशेषताएँ एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं।
    • कला, संस्कृति, साहित्य एवं स्थापत्य।
    • प्रमुख राजवंश, उनकी प्रशासनिक सामाजिक व आर्थिक व्यवस्था। सामाजिक-सांस्कृतिक मुद्दे, प्रमुख आन्दोलन।
  • भारत का आधुनिक काल का इतिहास –
    • आधुनिक भारत का इतिहास (18वीं शताब्दी के मध्य से वर्तमान तक)- प्रमुख घटनाएँ, व्यक्तित्व एवं मुद्दे।
    • स्वतंत्रता संघर्ष एवं भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन- विभिन्न अवस्थाएँ, इनमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के योगदानकर्ता एवं उनका योगदान।
    • 19वीं एवं 20वीं शताब्दी में सामाजिक एवं धार्मिक सुधार आन्दोलन।
    • स्वातंत्र्योत्तर काल में राष्ट्रीय एकीकरण एवं पुनर्गठन।
नोट यहाँ हम आपको इतिहास विषय सम्बन्धित पाॅईट के बारे में ही विस्तार से बता रहे है। सम्पूर्ण सलेब्स के पाॅईटों की जानकारी के लिए यहाँ क्लिंक करे
आरएएस के लिए मुख्य (Main Exam) परीक्षा पैटर्न

आरएएस की मुख्य लिखित परीक्षा में निम्नलिखित चार पेपर शामिल होंगे जो वर्णनात्मक / विश्लेषणात्मक होंगे। एक उम्मीदवार को नीचे सूचीबद्ध सभी पेपर लेने होंगे जिसमें संक्षिप्त, मध्यम, लंबे उत्तर और वर्णनात्मक प्रकार के प्रश्न पत्र शामिल होंगे। सामान्य हिंदी और सामान्य अंग्रेजी का मानक वरिष्ठ माध्यमिक स्तर का होगा। प्रत्येक पेपर के लिए अनुमत समय 3 घंटे होगा

पेपर विषयकुल माॅर्क्ससमयावधि
सामान्य अध्ययन -।2003 घण्टा
।। सामान्य अध्ययन -।।200 3 घण्टा
।।। सामान्य अध्ययन -।।।200 3 घण्टा
।V सामान्य हिन्दी और सामान्य अंग्रेजी200 3 घण्टा
आरएएस के लिए मुख्य (Main Exam) परीक्षा के लिए सलेब्स

प्रश्न पत्र-1 – सामान्य ज्ञान और सामान्य अध्ययन

  • ईकाई -। इतिहास
    • खंड अ – राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य परम्परा और धरोहर
      • प्रागैतिहासिक काल से 18वीं शता. के अवसान तक राजस्थान के इतिहास के प्रमुख सोपान, महत्वपूर्ण राजवंश, उनकी प्रशासनिक एवं राजस्व व्यवस्था।
      • 19वी -20वीं शताब्दी की प्रमुख घटनाएं किसान एवं जनजाति आन्दोलन, राजनीतिक जागृति, स्वतन्त्रता संग्राम और एकीकरण।
      • राजस्थान की धरोहर प्रदर्शन व ललित कलाएं, हस्तशिल्प व वास्तुशिल्प, मेले, पर्व, लोक संगीत व लोक नृत्य।
      • राजस्थानी साहित्य की महत्वपूर्ण कृतियाँ एवं राजस्थान की बोलियाँ।
      • राजस्थान के संत, लोक देवता एवं महत्वपूर्ण विभूतियाँ।
    • खंड ब – भारतीय इतिहास एवं साहित्य
      • भारतीय धरोहर – सिन्धु सभ्यता से लेकर ब्रिटिश काल तक के भारत की ललित कलाएं, प्रदर्शन कलाएं, वास्तु परम्परा एवं साहित्य।
      • प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत के धार्मिक आन्दोलन और धर्म दर्शन।
      • 19वीं शताब्दी के प्रारंभ से 1965 ई. तक आधुनिक भारत का इतिहास महत्वपूर्ण घटनाक्रम, व्यक्तित्व और मुद्दे।
      • भारत का राष्ट्रीय आन्दोलन – इसके विभिन्न चरण व धाराएं, प्रमुख योगदानकर्ता और देश के भिन्न -2 भागों से योगदान।
      • 19वी -20वीं शताब्दी में सामाजिक – धार्मिक सुधार आन्दोलन।
      • स्वातंत्र्योत्तर सुद्दढ़ीकरण और पुनर्गठन- देशी रियासत्तों का विलय तथा राज्यों का भाषायी आधार पर पुनर्गठन।
    • खंड स – आधुनिक विश्व का इतिहास
      • पुनर्जागरण व धर्म सुधार।
      • प्रबोधन व औद्योगिक क्रांति।
      • एशिया व अफ्रीका में साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद।
      • विश्व युद्ध का प्रभाव।
  • ईकाई -।। अर्थव्यवस्था
    • खंड अ – भारतीय अर्थशास्त्र
      • अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्र कृषि, उद्योग और सेवा, वर्तमान स्थिति, मद्दे एवं पहल।
      • बैंकिंग मुद्रा- पूर्ति और उच्चाधिकार प्राप्त मुद्रा की अवधारणा, केन्द्रीय बैंक एवं वाणिज्य बैकों की भूमिका एवं कार्यप्रणाली, अनर्जक परिसंपत्ति, वित्तीय समावेशन, मौद्रिक नीति-अवधारणा, उद्देश्य और साधन।
      • लोक वित्त भारत में कर सुधार – प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कर, परिदान, नगद हस्तांतरण और अन्य संबंधी मद्दे, भारत की वर्तमान राजकोषीय नीति।
      • भारतीय अर्थव्यवस्था में हाल के रूझान – विदेशी पूंजी की भूमिका, बहुराष्ट्रीय कंपनियां, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, निर्यात- आयात नीति, 12वाँ वित्त आयोग, गरीबी उन्मूलन योजनाएँ।
    • खंड ब – वैश्विक अर्थव्यवस्था
      • वैश्विक आर्थिक मुद्दे और प्रवृत्तियाँ विश्व बैंक, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा और विश्व व्यापार संगठन की भूमिका।
      • विकासशील, उभरते और विकसित देशों की संकल्पना।
      • वैश्विक परिदृश्य में भारत।
    • खंड स – राजस्थान की अर्थव्यवस्था
      • राजस्थान के विशेष संदर्भ में कृषि, बागवानी, डेयरी और पशुपालन।
      • औद्योगिक क्षेत्र संवृद्धि और हाल के रूझान।
      • राजस्थान के विशेष संदर्भ में संवृद्धि, विकास और आयोजना।
      • राजस्थान के सेवा क्षेत्र में वर्तमान में हुए विकास एवं मुद्दे।
      • राजस्थान की प्रमुख विकास परियोजनाएं – उनके उद्देश्य और प्रभाव।
      • राजस्थान में आर्थिक परिवर्तन के लिए सार्वजनिक निजी भागीदारी मॅाडल।
      • राज्य का जनांकिकी परिदृश्य और राजस्थान की अर्थव्यवस्था पर इसका प्रभाव।
  • ईकाई – ।।। समाजशास्त्र, प्रबधन एवं व्यावसायिक और प्रशासन
    • खंड अ – समाजशास्त्र
      • भारत में समाजशास्त्र विचारों का विकास।
      • सामाजिक मूल्य।
      • जाति वर्ग और व्यवसाय।
      • संस्कृतिकरण
      • वर्ण, आश्रम, पुरूषार्थ एवं संस्कार व्यवस्था।
      • धर्म निरपेक्षता।
      • मद्दे एवं सामाजिक समस्याएं।
      • राजस्थान के जनजातीय समुदाय- भील, मीणा एवं गरासिया।
    • खंड ब – प्रबधन
      • प्रबंधन – क्षेत्र, अवधारणा, प्रबंधन के कार्य – योजना, आयोजन, स्टाफ, निर्देशन, समन्वय और नियंत्रण, निर्णय लेना, अवधारणा, प्रक्रिया और तकनीक।
      • विपणन की आधुनिक अवधारणा, विपणन मिश्रण – उत्पाद, मूल्य, स्थान और संवर्धन।
      • धन के अधिकतमकरण की अवधारणा एवं उद्देश्य, वित्त के स्त्रोत – छोटी और लंबी अवधि, पूंजी संरचना, पूंजी की लागत।
      • नेतृत्व और प्रेरणा की अवधारणा और मुख्य सिद्धांत, संचार प्रक्रिया, भर्ती, चयन, प्रेरणा, प्रशिक्षण एवं विकास और मूल्यांकन प्रणाली के मूल सिद्धांत।
    • खंड स – व्यवसायिक प्रशासन
      • वित्तीय विवरण विश्लेषण की तकनीक, कार्यशील पूंजी प्रबंधन के मूल सिद्धांत, जवाबदेही और सामाजिक लेखांकन।
      • अंकेक्षण का अर्थ एवं उद्देश्य, आंतरिक नियंत्रण, सामाजिक, प्रदर्शन और कार्यकुशलता अंकेक्षण।
      • विभिन्न प्रकार के बजट एवं उनके मूल सिद्धांत, बजटीय नियंत्रण।
नोट यहाँ पर पेपर -। का पूर्ण विवरण दिया गया है। और पेपर- ।।, ।।। और ।V का सलेब्स देखने के लिए यहाँ क्लिंक करे

आरपीएससी(RPSC) के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए यहाँ क्लिंक करे

सरकारी नौकरी की अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिंक करें।