आप रीट परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो आपको इस पोस्ट के माध्यम से रीट परीक्षा की सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी। रीट एक अध्यापक पात्रता परीक्षा है। रीट परीक्षा पास करने के बाद अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। इस कोर्स के बाद आप ततृीय श्रेणी अध्यापक बन सकते हैं।
रीट क्या होता है
रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा है। रीट का फुल फाॅर्म “राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा”(Rajasthan Eligibility Examination for Teachers)। रीट परीक्षा पास करने के बाद आप सरकारी अध्यापक के लिए अप्लाई कर सकते हैं। रीट को लेवल-। तथा लेवल-।। में विभाजित किया गया है। यह सटिर्फिकेट 3 साल के लिए मान्य होता है। रीट की परीक्षा राजस्थान लोग सेवा आयोग( Rajasthan Public Service Commission) ही करवाता है । कभी-कभी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी करवाता है।
BSTC and B.Ed दोनों में रीट का क्या महत्व है
दोनों से आप रीट की परीक्षा दे सकते हैं। परन्तु इसमें 2- लेवल होते है- लेवल-। और लेवल-।।
- लेवल -। : इस लेवल की बीएसटीसी कर चुके विद्यार्धी ही परीक्षा दे सकते हैं। लेवल -1 वाले क्लास 1-5 तक के विद्यार्थी को पढ़ा सकते हैं। इसमें प्राइमरी अध्यापक(Primary Teacher) आते हैं।
- लेवल -।। : बीएड कर चुके विद्यार्थी लेवल – II की परीक्षा दे सकते हैं। लेवल -।। में क्लास 6-8 तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं। इसमें अपर प्राइमरी अध्यापक(Upper Primary Teacher) आते हैं।
रीट क्यों जरूरी है
रीट परीक्षा पास करने के बाद में सरकारी अध्यापक के लिए अप्लाई कर सकते हैं और शिक्षामित्र(अनुबन्धित अध्यापक) के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। रीट परीक्षा पास करने के बाद में यह सटिर्फिकेट तीन साल तक मान्य होता है।

रीट परीक्षा-2020 के लिए परीक्षा पैटर्न और सलेब्स
रीट के लिए शैक्षणिक योग्यताएं
रीट लेवल -। के विद्यार्थियों के लिए-
- 12वीं(10+2) पास करेः- रीट परीक्षा देने के लिए आपको 12वीं क्लास पास करनी होती है। 12वीं कक्षा को आपको अच्छे मार्क्स से पास करना होगा, ताकि आपको BSTC काॅर्स के लिए कॉलेज में एडमिशन मिल सके और आप अपनी आगे की पढाई पूरी कर सकें।
- बीएसटीसी (BSTC) करेः- 12 वीं पास करने के बाद आप बीएसटीसी के लिए अप्लाई कर सकते हैं। बीएसटीसी के लिये 12वीं(10+2) के बाद में प्रवेश परीक्षा लगती है और मैरिट के आधार पर नम्बर आता है। यह रीट परीक्षा के लिए जरूरी होता है। बीएसटीसी एक प्रमाण पत्र है जो आपको ।।।-ग्रेड के अध्यापक की जाॅब में चाहिए। BSTC एक Certificate Courses है। BSTC का पूरा नाम बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाणपत्र(Basic School Teaching Certificate) है। यहा कोर्स 2 साल का होता है।
रीट लेवल-।। के विद्यार्थियों के लिए-
- 12वीं(10+2) पास करेः- रीट परीक्षा देने के लिए आपको 12वीं क्लास पास करनी होगी।
- ग्रेजुएशन पूरी करेः- बीएड करने के लिए आपको ग्रेजुएशन पूरी करनी पड़ती है। उसके बाद आपको बीएड करने के लिए बीएड प्रवेश परीक्षा देनी होती है। आपको ग्रेजुएशनअच्छे मार्क्स से उत्तीर्ण करनी होती है। ग्रेजुएशन में कम से कम 50प्रतिशत मार्क्स होने चाहिए ताकि आप बीएड करने के लिए बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए अप्लाई कर सकें।
- बी.एड(B.Ed) करेः- बी.एड एक अध्यापक पात्रता के लिये कोर्स होता है। इसकी फुल फाॅर्म बैचलर ऑफ एजुकेशन(Bachelor Of Education) होती है। ये कोर्स आप ग्रेजुएशन करने के बाद में कर सकते हो। ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद 2 साल का कोर्स होता है।
रीट की तैयारी कैसे करे
हम आपको रीट परीक्षा की तैयारी करने के लिए सम्पूर्ण जानकारी देंगे कि कैसे रीट परीक्षा में अच्छे मार्क्स ला सकते हैं और तैयारी किस प्रकार की जाये कि आप रीट परीक्षा में उत्तीर्ण हो सके।
- सही परीक्षा पाठ्यक्रम चुनेः- रीट परीक्षा के लिए आपको एक अच्छे पाठ्यक्रम का चयन करना होता है। जिससे आप परीक्षा में आने वाले परीक्षा सलेब्स को आसानी से समझ सकें और आपको परीक्षा में प्रश्न पेपर हल करने में आसानी हो।
- पढ़ने का तरीकाः- अभीष्ट परीक्षा हेतु आप अपनी योगयतानुसार पूरी तैयारी करें । उन महत्वपूर्ण प्रश्नों पर जो पिछले वर्षो के प्रश्न-पत्रों से परिलक्षित हैं उनका अध्य्यन करते समय अधिक ध्यान देना चाहिए । इसका अर्थ यह नहीं है कि,आप केवल चुनिन्दा प्रश्नों और शॉर्टकट में विश्वास रखें।आपको यह ज्ञान होना चाहिए कि रीट परीक्षा के पैटर्न और सलेब्स के अनुरूप तैयारी करें।
- रिवीजन हेतु टाइम-टेबल बनाएँः- जो भी आपने पढ़ा है, उसका रिवीजन करने के लिए अपना टाइम-टेबल तय करें। ध्यान रहे किअच्छे अंक अर्जित करने हेतु रिवीजन आवश्यक है। यह रिवीजन परीक्षा तिथि के कम-से-कम 15 दिन पूर्व हो जाना चाहिए। जिससे आपके ऊपर प्रेशर भी नहीं आयेगा और फ्री दिमाग से परीक्षा दे पायेगें।
- आपके बनाये नोट्स सरल होंः- आपके द्वारा बनाये गए नोट्स इस तरह से हों कि देखते ही संबन्धित विषय /टॉपिक के सम्बन्ध में सब कुछ ध्यान में आ जाये।स्वयं के बनाये हुए नोट्स जल्दी याद होते हैं।
- किसी प्रश्न को पूछने में हिचकिचाएं नही:- यदि आपको कोई विषय- वस्तु समझ में नहीं आ रही है, तो आप उस पर अपने मित्रों, अध्यापको से चर्चा करें। उनसे पूछने में कोई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।
- अंतिम समय में रिवीजन करने से दूर रहेः- बहुत से छात्र , परीक्षा हॉल में घुसने से पूर्व कुछ -न-कुछ पढ़ते या रिवीजन करते देखे जाते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आप तनाव ग्रस्त हो सकते हैं। आप डिप्रेशन या फ़ार्गेटफूलनेस (सब कुछ भूल जाना ) के शिकार हो सकते हैं। अगर आप ऐसा करते है तो आपका आत्मविश्वास कम हो जाता है। आप परीक्षा में गलती करते हैं।
- अच्छी तरह सोये और भोजन करेंः- बहुत से छात्र, परीक्षा के दिन न कुछ खाते हैं, न ही सोते हैं। सारी रात पढ़कर , दूसरे दिन परीक्षा देने जाते हैं। पूरी नींद एवं हल्का खाना दोनों ही ढ़ग से परीक्षा देने हेतु अति आवश्यक है। आप परीक्षा को अपने ऊपर हावी न होने दें। परीक्षा हेतु आप काफी समय से तैयारी कर रहे हैं, आपको बहुत सामान्य होकर परीक्षा देने जाना है। परीक्षा पूर्ण तरो-ताजगी से एवं तनाव रहित होकर देनी चाहिए।