ब्राह्मण ग्रंथ
- जनवरी- 2021 -13 जनवरीइतिहास
आरण्यक किसे कहते हैं
ब्राह्मण ग्रंथों के बाद आरण्यकों की रचना की गयी, जो ब्राह्मणों के अंतिम भाग हैं। इनकी रचना अरण्यों अर्थात् वनों…
Read More » - 12 जनवरीइतिहास
अथर्ववेद के बारे में जानकारी
अथर्ववेद संहिता हिन्दू धर्म के पवित्रतम और सर्वोच्च धर्म ग्रंथ वेदों में से एक है। यह वेद सबसे बाद में…
Read More » - 11 जनवरीइतिहास
सामवेद के बारे में जानकारी
सामवेद में "साम" शब्द का अर्थ है "गान" अर्थात हम कह सकते हैं कि सामवेद में ऋग्वैदिक मंत्रों को गाने…
Read More » - 9 जनवरीइतिहास
यजुर्वेद के बारे में जानकारी
यजुर्वेद हिन्दु धर्म का एक महत्त्वपूर्ण श्रुति धर्म ग्रंथ है तथा 4 वेदों में से एक वेद है। इसमें गद्य…
Read More » - 8 जनवरीइतिहास
ऋग्वेद के बारे में जानकारी
ऋग्वेद - इस वेद में होता या होतृवर्ग के पुरोहित यज्ञ कुण्ड में अग्नि का आघान कर वेदमंत्रों द्वारा देवताओं…
Read More » - अक्टूबर- 2020 -12 अक्टूबरइतिहास
उत्तर वैदिक काल का परिचय
भारतीय इतिहास के उस काल में जिसमें - सामवेद, यजुर्वेद, तथा अथर्ववेद एवं ब्राह्मण ग्रंथों , आरण्यों की रचना हुई,…
Read More » - अगस्त- 2020 -3 अगस्तइतिहास
उत्तरवैदिक काल का प्रारंभ कब हुआ
उत्तरवैदिक काल का समय 1000 ई.पू. से लेकर 600 ई.पू. तक था। ऋग्वैदिक काल के बाद के समय को उत्तरवैदिक…
Read More » - जुलाई- 2020 -4 जुलाईइतिहास
मीमांसा दर्शन के प्रणेता कौन थे
वेद के दो भाग हैं - कर्मकाण्ड तथा ज्ञानकाण्ड। ब्राह्मण ग्रंथों में वैदिक कर्मकाण्डों का विशिष्ट विवरण मिलता है तथा…
Read More » - जून- 2020 -29 जूनइतिहास
नास्तिक संप्रदायों का उद्भव तथा विकास
ईसा पूर्व छठीं शताब्दी का काल धार्मिक दृष्टि से क्रांति अथवा महान परिवर्तन का काल माना जाता है। इस समय…
Read More » - 28 जूनइतिहास
हिन्दू धर्म में सूर्य पूजा का महत्त्व
हिन्दू देवमंडल में सूर्य का अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान था, जिनकी कल्पना जगत के प्रकाश के स्वामी के रूप में की…
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