इतिहासदक्षिण भारतपल्लव राजवंशप्राचीन भारत

नरसिंहवर्मन द्वितीय का संबंध किस प्राचीन राजवंश से था

नरसिंहवर्मन प्रथम पल्लव शासक परमेश्वरवर्मन का पुत्र तथा उत्तराधिकारी था, जिसने लगभग 700 ई. से 728 ई. तक राज्य किया। उसके समय में पल्लव – चालुक्य संघर्ष रुका रहा। अतः कला और साहित्य के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति हुई। उसने कांची के कैलाशनाथ मंदिर तथा महाबलीपुरम के शोर-मंदिर का निर्माण करवाया था। राजसिंह, शंकरभक्त तथा आगमप्रिय उसकी सर्वाधिक प्रिय उपाधियां थी।

संस्कृत के प्रख्यात लेखक दंडिन उसकी राजसभा में निवास करते थे। कुछ विद्वान भास के नाटकों का समय भी उसी के काल में बताते हैं। उसने अपना एक दूत-मंडल चीन भेजा था। उसने चीनी बौद्ध यात्रियों के लिये नागपट्टिनम में एक विहार निर्मित करवाया था। उसके समय में समुद्री व्यापार उन्नति पर था।

References :
1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव 

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