प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पुरूषपुर
पाकिस्तान का पेशावर जिला ही प्राचीन समय में पुरूषपुर नाम से प्रसिद्ध था। कुषाण शासक कनिष्क ने इस नगर की स्थापना की तथा यही अपनी राजधानी बसायी। इस नगर में उसने अनेक निर्माण-कार्य करवाये तथा इसे स्तूपों एवं विहारों से सुसज्जित करवाया। कनिष्क ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लेने के बाद उसने यहाँ एक विशाल स्तूप बनवाया तथा इसी के पास एक विहार भी निर्मित करवाया था।
कनिष्क के स्तूप में 13 मंजिले थी तथा ऊपर एक लौहछत्र लगा हुआ था। यह बौद्ध जगत् में ‘कनिष्क चैत्य’ नाम से प्रसिद्ध था। पुरषपुर में अनेक कवि एवं विद्वान निवास करते थे। इनमें अश्वघोष, वसुमित्र, असंग, चरक, नागार्जुन आदि के नाम उल्लेखनीय है। कुछ विद्वानों के अनुसार चतुर्थ बौद्ध संगीति भी यहाँ हुई थी।
साहित्य के अतिरिक्त पुरूषपुर गन्धार का भी महत्वपूर्ण केन्द्र था। यहाँ बुद्ध तथा बोधिसत्वों की अनेक मूर्तियों का निर्माण किया गया। कनिष्क ने पुरुषपुर को एक विशाल अन्तर्राष्ट्रीय साम्राज्य की राजधानी होने का गौरव प्रदान किया था।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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