स्कंदगुप्त
- नवम्बर- 2019 -12 नवम्बरइतिहास
प्राचीन भारतीय राजत्व की विशेषताएँ
अति प्राचीन काल से ही भारतीयों ने राजा एवं राजपद की महत्ता को समझा एवं सामाजिक व्यवस्था के लिये उसे…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -28 अक्टूबरइतिहास
हर्ष के अभिलेख बांसखेङा ताम्रपत्र लेख
सिद्धि, स्वस्ति (कल्याण हो)। नाव, हस्ति तथा अश्वों से युक्त वर्धमानकोटि के जयस्कंधावार (सैनिक शिविर) से (यह घोषित किया गया)…
Read More » - 15 अक्टूबरइतिहास
हर्षवर्धन द्वारा किये गये युद्ध एवं विजये
- यदि कुछ ही दिनों में धनुष चलाने की चपलता के घमंड में भरे हुए समस्त उद्धत राजाओं के पैरों…
Read More » - 13 अक्टूबरइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
प्रभाकरवर्द्धन एक शक्तिशाली राजा था। उसकी उपलब्धियों का विवरण बाण के हर्षचरित में इस प्रकार से मिलता है - वह…
Read More » - सितम्बर- 2019 -27 सितम्बरइतिहास
हूण आक्रमण के भारत पर क्या प्रभाव पङे
हूण आक्रमणों का भारत की आर्थिक दशा पर बुरा प्रभाव पङा। देश की आर्थिक दशा बिगङ गयी। स्कंदगुप्त तथा उसके…
Read More » - 26 सितम्बरप्राचीन भारत
हूण शक्ति का उत्थान
पश्चिमी शाखा के हूण यूराल पर्वत पार करते हुए रोम पहुँचे जिनकी ध्वंसात्मक कृतियों ने शक्तिशाली रोम साम्राज्य की जङों…
Read More » - 25 सितम्बरप्राचीन भारत
हूण शासक तोरमाण का इतिहास
पंजाब के कूरा नामक स्थान से तोरमाण का एक अन्य लेख मिलता है, जिसमें उसे षाहिजऊब्ल कहा गया है। जऊब्ल…
Read More » - 10 सितम्बरप्राचीन भारत
वाकाटक शासक नरेन्द्रसेन का इतिहास
इस प्रकार नरेन्द्रसेन ने नलों की शक्ति का विनाश किया। उसके इस कार्य से वाकाटकों की प्रतिष्ठा बढ गयी। वाकाटक…
Read More » - 7 सितम्बरप्राचीन भारत
गुप्त काल में मूर्तिकला का इतिहास
एकमुखी शिवलिंग भूमरा के शिवमंदिर के गर्भगृह में स्थापित है। इन मूर्तियों को मुखलिंग कहा जाता है। मुखलिंगों के अलावा…
Read More » - 6 सितम्बरइतिहास
गुप्तों का धार्मिक जीवन
कुमारगुप्त प्रथम के काल में बुद्ध, सूर्य, शिव आदि की उपासना को समान रूप से राज्य की ओर से प्रोत्साहन…
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