इतिहासमध्यकालीन भारतविदेशी यात्री

इब्न बतूता कहाँ का निवासी था? | Ibn batoota kahaan ka nivaasee tha | Where was Ibn Battuta from?

इब्न बतूता –

  • इब्न बतूता का मूल नाम शेख फतह अबू अब्दुल्लाह था जो मोरक्को (अफ्रीका) का मूल निवासी था।
  • 1333 ई. में मुहम्मद बिन तुगलक के कार्यकाल में यह भारत आया तथा 14 वर्षों तक भारत में रहा। मुहम्मद बिन तुगलक ने उसे दिल्ली का काजी नियुक्त किया जो आठ वर्षों तक इस पद पर रहा। प्रमुख विदेशी यात्री
  • इब्न बतता के विरुद्ध कुछ भष्ठाचार तथा बेईमानी के आरोप लगे जिसके कारण सुल्तान ने उससे अप्रसन्न होकर उसे कारागर में डाल दिया था, किन्तु बाद में रिहा कर दिया।
इब्न बतूता
  • 1342 ई. में मुहम्मद तुगलक ने उसे अपना दूत बनाकर चीन भेजा। परंतु रास्ते में जहाज खराब हो जाने के कारण वह बीच रास्ते से ही वापस लौट आया।
  • इब्न बतूता ने अरबी भाषा में रेहला नामक अपनी प्रमुख पुस्तक की रचना की जो उसकी यात्रा वृतांत है। इस ग्रंथ में भारत की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिति का विस्तृत वर्णन किया गया है। इसमें सुल्तान गयासुद्दीन तुगलक की गुप्तचर व्यवस्था, जाक व्यवस्था और उसकी मृत्यु की परिस्थितियों का वर्णन है।
  • सल्तनत काल में डाक व्यवस्था का विस्तृत विवरण इब्न बतूता ने ही दिया है। उसने रजिया सुल्तान और मलिक याकूब के बीच प्रेम संबंधों का उल्लेख किया है। इसके अलावा रेहला में मोहम्मद बिन तुगलक के व्यक्तिगत जीवन, उसके विचार और प्रशासनिक योजनाएं, राजदरबार की स्थिति तथा सामाजिक एवं आर्थिक जीवन की झलकियाँ मिलती हैं जो अत्यंत मनोरंजक और मूल्यवान हैं।
References :
1. पुस्तक - मध्यकालीन भारत, लेखक- एस.के.पाण्डे 

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