इटली का एकीकरणइतिहासविश्व का इतिहास

विक्टर इमेनुअल द्वितीय (1849-70)

विक्टर इमेनुअल द्वितीय

विक्टर इमेनुअल द्वितीय वर्तमान इटली के ‘जनक’ माने जाते हैं। उनका नाम जर्मनी के प्रिंस बिस्मार्क और भारत के सरदार पटेल के दर्जे का माना जाता है। इन्होंने अनेक राज्यों में विभक्त देश को एक कर वर्तमान इटली का रूप दिया, सीमावर्ती प्रबल देशों से उसे निर्भय बनाया और उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा दिलायी।

विक्टर इमेनुअल द्वितीय

मेजिनी का उदय कब हुआ

मेजिनी

विक्टर इमेनुअल द्वितीय

मार्च,1849 में जब विक्टर इमेनुअल पीडमाण्ट-सार्डीनिया का शासक बना, उस समय सार्डीनिया की सेना आस्ट्रिया से परास्त हो चुकी थी, अतः विक्टर इमेनुअल को आस्ट्रिया से संधि करनी पङी। अगस्त 1849 में सार्डीनिया व आस्ट्रिया के बीच संधि पर हस्ताक्षर हुए, किन्तु सार्डीनिया की संसद ने उसे अस्वीकार कर दिया। अतः विक्टर इमेनुअल ने संसद को भंग कर दिया।

विक्टर इमेनुअल को यह विश्वास था, कि मध्यममार्गी उदार नीति को अपनाकर सार्डीनिया के नेतृत्व में इटली का एकीकरण किया जा सकता है। उसने इस हेतु प्रयत्न भी प्रारंभ कर दिये। वह अपने गुणों के कारण जनता में लोकप्रिय हो गया। पीडमांट की जनता उसे ईमानदार राजा कहने लगी। सभी देशभक्तों को यह विश्वास हो गया, कि पीडमाण्ट के द्वारा ही इटली का उद्धार होने लगे। इधर विक्टर इमेनुअल को भाग्यवश 1852 में काउण्ट कैवूर जैसा प्रधानमंत्री मिल गया, जिसकी गणना 19 वीं शताब्दी के महान कूटनीतिज्ञों में की जाती है।

1. पुस्तक- आधुनिक विश्व का इतिहास (1500-1945ई.), लेखक - कालूराम शर्मा

Online References
Wikipedia : विक्टर इमेनुअल द्वितीय

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