प्राचीन भारत
- जून- 2020 -13 जून
भारवि नामक संस्कृत कवि की जानकारी
कालिदास के बाद संस्कृत कवियों में भारवि का ऊँचा स्थान है, जो लगभग कालिदास के ही समकालीन थे। उनमें कालिदास…
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कालिदास का परिचय तथा उनके द्वारा लिखित ग्रंथ
कालिदास के काल के विषय में जो विभिन्न मत प्रतिपादित किये गये हैं, उनमें गुप्तकाल में कालिदास को रखने का…
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अश्वघोष संस्कृत के प्रमुख लेखक थे
संस्कृत के कवियों में अश्वघोष का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वे कनिष्क प्रथम (78 ई.) की राजसभा में निवास करते…
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भारतीय लौकिक साहित्य के बारे में जानकारी
वैदिक संस्कृत के बाद लौकिक संस्कृत में भारतीय साहित्य का प्रचुर रूप से निर्माण हुआ, जिसका विषय, भाषा, व्यवहार आदि…
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महाभारत के रचयिता कौन थे
रामायण के अलावा एक अन्य महाकाव्य, जिसकी प्राचीनता रामायण के ही समकालीन है, महाभारत की है। संप्रति इस ग्रंथ में…
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लौकिक साहित्य रामायण के बारे में जानकारी
लौकिक साहित्य के अंतर्गत सर्वप्रथम उल्लेख महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण का किया जा सकता है, जो हिन्दू जाति का सर्वाधिक…
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जैन साहित्य के बारे में जानकारी
जैन साहित्य को आगम (सिद्धांत)कहा जाता है। इसके अंतर्गत 12 अंग, 12 उपांग, 10 प्रकीर्ण, 6 छेदसूत्र, 4 मूलसूत्र, अनुयोग…
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संस्कृत भाषा में रचित बौद्धग्रंथ
पाली भाषा के आलवा संस्कृत भाषा में लिखे गये अनेक बौद्ध ग्रंथ प्राप्त होते हैं। संस्कृत बौद्ध लेखकों में सर्वाधिक…
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बौद्ध साहित्य – त्रिपिटक के बारे में जानकारी
बौद्धों का साहित्य तीन पिटारियों अथवा पिटकों में प्राप्त होने के कारण त्रिपिटक कहा जाता है। यह पालि भाषा में…
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स्मृति ग्रंथ (धर्मशास्त्र)
धर्मसूत्र साहित्य से कालांतर में स्मृति साहित्य का विकास हुआ। स्मृतियों का निर्माण हिन्दू-धर्म के चरम विकास को सूचित करता…
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