
रीट (REET) परीक्षा-2020 के लिए योग्यता, परीक्षा पैटर्न और सलेब्स
आप रीट परीक्षा-2020 की तैयारी कर रहे है तो हम आपको बतायेगें कि रीट परीक्षा के लिए पेपर पैटर्न, कैसे तैयारी करे और परीक्षा में क्या-2 आता है।
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आप रीट परीक्षा-2020 की तैयारी कर रहे है तो हम आपको बतायेगें कि रीट परीक्षा के लिए पेपर पैटर्न, कैसे तैयारी करे और परीक्षा में क्या-2 आता है।
रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा है। रीट का फुल फाॅर्म “राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा”(Rajasthan Eligibility Examination for Teachers)। रीट परीक्षा पास करने के बाद में आप सरकारी अध्यापक के लिए अप्लाई कर सकते है। रीट को लेवल-। तथा लेवल-।। में विभाजित किया गया है। यह सटिर्फिकेट 3 साल के लिए मान्य होता है। रीट की परीक्षा राजस्थान लोग सेवा आयोग( Rajasthan Public Service Commission) ही करवाता है । कभी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भी करवाता है। यह भी शिक्षा विभाग से सम्बन्धित है।
बीएसटीसी का कोर्स बहुत सारे विषयों में किया जा सकता है,आप अपनी इच्छा अनुसार किसी भी विषय में बीएसटीसी का कोर्स कर सकते हैं। बीएसटीसी में प्रवेश लेने के लिए आपको एक प्रवेश परीक्षा पास करनी होती है। बीएसटीसी की परीक्षा पास करने के बाद आपको कॉलेज अलॉट कर दिया जाता है। इस कॉलेज में आप बीएसटीसी में एडमिशन ले सकते हैं। लेकिन एडमिशन लेने के लिए आपको बीएसटीसी की प्रवेश परीक्षा पास करनी जरूरी होती है।
प्राइमरी क्लास के टीचर बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के लिए बीएसटीसी सर्टिफिकेट कोर्स करना होता है। यह एक 2 साल का कोर्स होता है जो कि 12 वीं कक्षा पास करने बाद में किया जा सकता है। यह सरकारी/प्राइवेट प्राइमरी अध्यापक बनने के लिए आवश्यक कोर्स है। बीएसटीसी के लिए प्रवेश परीक्षा लगती है। जिसके पास करने के बाद में 2 साल के सर्टिफिकेट कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते है।
राजकीय डूंगर कॉलेज बीकानेर द्वारा पीटीईटी परीक्षा केलिए आवेदन के लिए नाॅटिफिकेशन जारी हो चुका है। राजकीय डूंगर कॉलेज, बीकानेर इस बार बी.एड परीक्षा को आयोजित करवाएगा। अब सभी आवेदनकर्ता बेसब्री से परीक्षा के सिलेब्स एवं परीक्षा पैटर्न को खोज रहे हैं। जिससे की परीक्षा की तैयारी की जा सके। राजस्थान पीटीईटी परीक्षा मई 2020 को राजस्थान में विभिन्न केन्द्रों पर आयोजित की जाएगी। इसके लिए हम सलेब्स एवं परीक्षा पैटर्न की सम्पूर्ण जानकारी देगें।
अगर आप भविष्य में शिक्षा क्षेत्र में सरकारी/प्राइवेट(गैर सरकारी) अध्यापक बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बी.एड(B.Ed) कोर्स करना पङेगा। बीएड एक अध्यापक पात्रता परीक्षा होती हैं,जिसको आप पास करने के बाद अध्यापन का कार्य करा सकते हैं। इस कोर्स के बाद आप ततृीय श्रेणी अध्यापक से लेकर प्रथम श्रेणी अध्यापक बन सकते हैं। और सरकारी अध्यापक के लिए आप परीक्षा भी दे सकते हैं।
एमफिल की फुल फॉर्म मास्टर ऑफ़ फिलोसॉफी (Master of Philosophy) होता है। यह एक शैक्षणिक अनुसन्धान डिग्री कोर्स (Academic Research Degree Course) है जो पोस्ट ग्रेजुएशन यानी स्नातकोत्तर डिग्री लेने के बाद किया जाता है। इस कोर्स की समय अवधि 2 साल होती है। एमफिल कोर्स को 4 समेस्टर में विभाजित किया गया है जो 2 साल में पूरा होता हैं। एमफिल (M.Phil) एक ऐकडेमिक रिसर्च बेस्ड कोर्स है।
पीएचडी का मतलब होता है-डाॅक्टर ऑफ फिलोसोफी(Doctor of Philosophy)। पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद में आपको नेट पास करना होता है और फिर आप पीएचडी के लिए प्रवेश परीक्षा दे सकते है। इसमे आपको 3 साल तक किसी विषय पर रिसर्च करनी होती है। इसे 3 साल से 6 साल तक की समय अवधि में पूरी कर सकते हैं। पीएचडी पूरी होने का बाद में आप काॅलेज प्रोफेसर, रिसर्च क्षेत्र में विशेषज्ञ आदि बन सकते हो।
पीएचडी एक डाॅक्टर डिग्री होती है। किसी यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए या फिर रिसर्च का क्षेत्र चुनने के लिये आप पीएचडी कर सकते हैं। इस डिग्री को करने के बाद आपके नाम के आगे डॉक्टर शब्द लग जाता है। जिस विषय में आप पीएचडी करते हैं, उस विषय का आपको बहुत ज्यादा ज्ञान हो जाता है और उस विषय के आप विशेषज्ञ कहलाते हैं।
आपको एमफिल प्रवेश परीक्षा पैटर्न और सलेब्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिलेगी। इस पोस्ट में एमफिल प्रवेश परीक्षा में आने वाले सलेब्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। कंप्यूटर, विज्ञान, गणित, भौतिकी और इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी आदि किसी भी विषय में एम.फिल कर सकते हैं। एमफिल में प्रवेश के लिए लिखित परीक्षाएं होती हैं।