किरातार्जुनीयम् नामक महाकाव्य के रचयिता कौन थे
किरातार्जुनीयम् नामक महाकाव्य के रचयिता कौन थे
किरातार्जुनीयम् प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथों में से एक है। इसे एक उत्कृष्ट काव्य रचना माना जाता है। इसके रचनाकार महाकवि भारवि हैं, जिनका समय छठी-सातवीं शताब्दी माना जाता है। ‘महाभारत‘ में वर्णित किरातवेशी शिव के साथ अर्जुन के युद्ध की लघु कथा को आधार बनाकर कवि ने राजनीति, धर्मनीति, कूटनीति, समाजनीति, युद्धनीति, जनजीवन आदि का मनोरम वर्णन किया है।इसमें18 सर्ग हैं। यह काव्य विभिन्न रसों से ओतप्रोत है।
महान कवि भारवि के बारे में जानकारी
भारवि संस्कृत के महान कवि थे। वे अर्थ की गौरवता के लिये प्रसिद्ध हैं। किरातार्जुनीयम् एक उत्कृष्ट श्रेणी की काव्य रचना मानी जाती है। यह काव्य किरातरूपधारी शिव एवं पांडुपुत्र अर्जुन के बीच के धनुर्युद्ध तथा वाद-वार्तालाप पर केंद्रित है। भारवि सम्भवतः दक्षिण भारत में जन्मे थे। उनका रचनाकाल पश्चिमी गंग राजवंश के राजा दुर्विनीत तथा पल्लव राजवंश के राजा सिंहविष्णु के शासनकाल के समय का है।
References:
1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक-के.सी.श्रीवास्तव