आरण्यक
- जनवरी- 2021 -13 जनवरीइतिहास
आरण्यक किसे कहते हैं
ब्राह्मण ग्रंथों के बाद आरण्यकों की रचना की गयी, जो ब्राह्मणों के अंतिम भाग हैं। इनकी रचना अरण्यों अर्थात् वनों…
Read More » - अक्टूबर- 2020 -12 अक्टूबरइतिहास
उत्तर वैदिक काल का परिचय
भारतीय इतिहास के उस काल में जिसमें - सामवेद, यजुर्वेद, तथा अथर्ववेद एवं ब्राह्मण ग्रंथों , आरण्यों की रचना हुई,…
Read More » - अगस्त- 2020 -27 अगस्तइतिहास
भारतीय इतिहास के साहित्यिक स्रोत
लौकिक साहित्य के अन्तर्गत प्रमुख ऐतिहासिक स्रोत कौटिल्य कृत अर्थशास्र है। इसे भारत का प्रथम राजनीतिक ग्रन्थ स्वीकार किया जाता…
Read More » - 27 अगस्तइतिहास
प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत
इतिहास शब्द संस्कृत भाषा के तीन शब्दों से मिलकर बना है – 1. इति = ऐसा ही, 2. ह =…
Read More » - 3 अगस्तइतिहास
उत्तरवैदिक काल का प्रारंभ कब हुआ
उत्तरवैदिक काल का समय 1000 ई.पू. से लेकर 600 ई.पू. तक था। ऋग्वैदिक काल के बाद के समय को उत्तरवैदिक…
Read More » - जून- 2020 -23 जूनइतिहास
भारतीय संस्कृति में धार्मिक व्यवस्था
भारतीय संस्कृति में धर्म का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। वास्तव में यदि देखा जाय तो यह भारतीय संस्कृति का…
Read More » - 22 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा तथा साहित्य
प्राचीन भारतीय सभ्यता विश्व की सर्वाधिक रोचक तथा महत्त्वपूर्ण सभ्यताओं में एक है। इस सभ्यता के समुचित ज्ञान के लिये…
Read More » - 7 जूनइतिहास
आरण्यक ग्रंथ किसे कहते हैं
ब्राह्मण ग्रंथों के बाद आरण्यकों की रचना की गयी, जो ब्राह्मणों के अंतिम भाग हैं। इनकी रचना अरण्यों अर्थात् वनों…
Read More » - फरवरी- 2018 -2 फ़रवरीप्राचीन भारत
उपनिषद क्या हैं
उपनिषद(upanishad) शब्द का अर्थ- विद्वानों ने उपनिषद(upanishad) शब्द की व्युत्पत्ति उप+ नि + षद के रूप में मानी है। इसका…
Read More » - जनवरी- 2018 -25 जनवरीप्राचीन भारत
आरण्यक साहित्य
आरण्यक हिन्दु धर्म के सर्वोच्च धर्म ग्रंथ हैं। सायण के अनुसार इनका नामकरण का कारण यह है कि इनकी रचना…
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