उपनिषद
- अक्टूबर- 2020 -12 अक्टूबरइतिहास
उत्तर वैदिक काल का परिचय
भारतीय इतिहास के उस काल में जिसमें - सामवेद, यजुर्वेद, तथा अथर्ववेद एवं ब्राह्मण ग्रंथों , आरण्यों की रचना हुई,…
Read More » - सितम्बर- 2020 -17 सितम्बरभक्ति साहित्य
भक्ति रौ उद्भव के कारण
आर्य लोग प्रकृति पूजक हा। उणां री जिन्दगी में करमकांड री प्रधानता ही। बै प्राकृतिक तत्वां, हवा, जळ, आग, चाँद,…
Read More » - अगस्त- 2020 -27 अगस्तइतिहास
प्राचीन भारतीय इतिहास के स्रोत
इतिहास शब्द संस्कृत भाषा के तीन शब्दों से मिलकर बना है – 1. इति = ऐसा ही, 2. ह =…
Read More » - 26 अगस्तजैन धर्म
बौद्ध एवं जैन धर्म का तुलनात्मक अध्ययन
छठीं शताब्दी ईसा पूर्व में दो धर्मों का उदय हुआ था, वे थे – बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म इन…
Read More » - 6 अगस्तइतिहास
शैव धर्म महत्त्वपूर्ण तथ्य
शिव भक्ति की प्रारंभिक जानकारी सिन्धु घाटी सभ्यता के अवशेषों से होती है। शैव मत का उदय शुंग-सातवाहन काल में…
Read More » - 3 अगस्तइतिहास
उत्तरवैदिक काल का प्रारंभ कब हुआ
उत्तरवैदिक काल का समय 1000 ई.पू. से लेकर 600 ई.पू. तक था। ऋग्वैदिक काल के बाद के समय को उत्तरवैदिक…
Read More » - जुलाई- 2020 -9 जुलाईइतिहास
हिन्दू धर्म तथा इस्लाम का संबंध
हिन्दूओं तथा मुसलमानों के साथ-साथ रहने के कारण दोनों के धर्मों का भी एक दूसरे के ऊपर न्यूनाधिक प्रभाव पङा।
Read More » - 8 जुलाईइतिहास
वेदांत दर्शन किसे कहते हैं
उपनिषद् वैदिक साहित्य का अंतिम भाग है, इसीलिए इसको वेदान्त कहते हैं। कर्मकांड और उपासना का मुख्यत: वर्णन मंत्र और…
Read More » - 7 जुलाईइतिहास
विशिष्टाद्वैतवाद का प्रवर्त्तक कौन था
सामानुज ज्ञान को द्रव्य मानते हैं।उनके अनुसार इसकी प्राप्ति के तीन सधान हैं - प्रत्यक्ष, अनुमान तथा शब्द। अन्य कारणों…
Read More » - 7 जुलाईइतिहास
रामानुज का परिचय
भारतीय दार्शनिकों में शंकर के बाद रामानुज का नाम अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है, जिन्होंने अपने विचारों के माध्यम से अद्वैतवाद का…
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