कालिदास
- जुलाई- 2020 -18 जुलाईइतिहास
प्राचीन काल में भारत एवं चीन के संबंध
अत्यन्त प्राचीन काल से ही भारतीयों को चीन के विषय में ज्ञान था। महाभारत तथा मनुस्मृति में चीनी का उल्लेख…
Read More » - 18 जुलाईइतिहास
भारत तथा तिब्बत के संबंध
पामीर के पठार से आच्छादित तिब्बत एक दुर्गम एवं हिम मंडित पहाङी प्रदेश है। यह तीन बङे क्षेत्रों में विभक्त…
Read More » - 15 जुलाईइतिहास
ज्योतिष एवं खगोल विद्या का विकास
भारतीय ज्योतिष का इतिहास भी अत्यन्त प्राचीन है। वेदों को भलीभाँति समझने के लिये जिन छः वेदांगों की रचना की…
Read More » - 9 जुलाईइतिहास
गुप्त साम्राज्य महत्त्वपूर्ण तथ्य
गुप्त साम्राज्य का संस्थापक श्रीगुप्त था। समुद्रगुप्त ने स्वयं को प्रयाग प्रशस्ति में श्रीगुप्त का प्रपौत्र कहा है।
Read More » - जून- 2020 -26 जूनइतिहास
शैव धर्म का उद्भव तथा विकास
शिव से संबंद्ध धर्म को शैव कहा जाता है, जिसमें शिव को इष्टदेव मानकर उनकी उपासना किये जाने का विधान…
Read More » - 22 जूनइतिहास
प्राचीन भारतीय शिक्षा तथा साहित्य
प्राचीन भारतीय सभ्यता विश्व की सर्वाधिक रोचक तथा महत्त्वपूर्ण सभ्यताओं में एक है। इस सभ्यता के समुचित ज्ञान के लिये…
Read More » - 19 जूनइतिहास
पद्मगुप्त “परिमल” नाटककार के बारे में जानकारी
ऐतिहासिक कवियों में पद्मगुप्त परिमल का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है, जो धारा के परमारवंशी शासक मुंज (992-998ई.) की राजसभा में…
Read More » - 17 जूनइतिहास
भवभूति संस्कृत के महान नाटककार थे
संस्कृत के नाटककारों में कालिदास की बराबरी करने की क्षमता भवभूति में ही दिखाई देती है। उनका आविर्भाव 700 ई.…
Read More » - 14 जूनइतिहास
भास नामक प्रसिद्ध नाट्यकार
संस्कृत नाटककारों में भास का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है। वे कालिदास के पूर्ववर्ती हैं। सबसे पहले 1909 ई. में गणपति…
Read More » - 13 जूनइतिहास
भारवि नामक संस्कृत कवि की जानकारी
कालिदास के बाद संस्कृत कवियों में भारवि का ऊँचा स्थान है, जो लगभग कालिदास के ही समकालीन थे। उनमें कालिदास…
Read More »