भोज
- सितम्बर- 2021 -1 सितम्बरइतिहास
मालवा के परमार कौन थे
मालवा के परमार - परमार वंश के प्रारंभिक शासक उपेन्द्र, वैरिसिंह प्रथम, सियक प्रथम, वाक्पति प्रथम तथा वैरिसिंह द्वितीय के…
Read More » - अप्रैल- 2021 -4 अप्रैलइतिहास
रामगुप्त कौन था की स्लाइड
समुद्रगुप्त के दो पुत्र थे - रामगुप्त तथा चंद्रगुप्त। रामगुप्त बङा था, अतः पिता की मृत्यु के बाद वही गद्दी…
Read More » - मार्च- 2021 -22 मार्चइतिहास
चंद्रगुप्त द्वितीय के वैवाहिक संबंध की स्लाइड
गुप्तों की वैदेशिक नीति में वैवाहिक संबंधों का महत्त्वपूर्ण हाथ रहा है। चंद्रगुप्त प्रथम ने लिच्छवि राजकन्या कुमारदेवी से विवाह…
Read More » - 19 मार्चइतिहास
चंद्रगुप्त द्वितीय(विक्रमादित्य) की उपलब्धियां की स्लाइड
समुद्रगुप्त के प्रयाग अभिलेख से पता चलता है,कि उसने चंद्रवर्मा को हराकर बंगाल का पश्चिमी भाग, जहाँ बाँकुङा जिला स्थित…
Read More » - जून- 2020 -18 जूनइतिहास
राजशेखर संस्कृत भाषा के महान नाटककार थे
राजशेखर कन्नौज के प्रतिहार वंशी राजाओं महेन्द्रपाल (890-908ई.) तथा उसके पुत्र महीपाल (910-940ई.) की राजसभा में निवास करते थे। वे…
Read More » - अप्रैल- 2020 -4 अप्रैलइतिहास
चालुक्य शासक जयसिंह द्वितीय का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य शासक विक्रमादित्य पंचम के बाद उसका भाई जयसिंह द्वितीय शासक बना। उसने कई युद्ध किये। मालवा के…
Read More » - फरवरी- 2020 -28 फ़रवरीइतिहास
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल धारा नगरी
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में स्थित धार अथवा धारा नगरी मालवा के सुप्रसिद्ध परमार शासक भोज की राजधानी थी।…
Read More » - जनवरी- 2020 -22 जनवरीइतिहास
राजपूतकालीन साहित्य का विवरण
राजपूत राजाओं का शासन काल साहित्य की उन्नति के लिये विख्यात है। कुछ राजपूत नरेश स्वयं उच्चकोटि के विद्वान थे।…
Read More » - 10 जनवरीइतिहास
राजपूतों का आर्थिक जीवन कैसी था
मेरुतुंग(Merutung) कृत प्रबंधचिंतामणि ( prabandh chintaamani )में 17 प्रकार के धान्यों का उल्लेख किया गया है। अनेक ग्रंथों से पता…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -27 दिसम्बरइतिहास
कलचुरि शासक कर्ण अथवा लक्ष्मीकर्ण (1041-1070)का इतिहास
कलचुरि शासक गांगेयदेव के बाद उसका पुत्र कर्णदेव अथवा लक्ष्मीकर्ण शासक बना। वह अपने वंश का सर्वाधिक शक्तिशाली राजा था।…
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