KVS प्राइमरी टीचर(PRT) कैसे बने

अगर आपको केन्द्रीय विद्यालय(KVS) में अध्यापक बनना है। तो आपको हम इस ऑर्टिकल के माध्यम से बतायेंगे कि आप कैसे तैयारी करें और केन्द्रीय विद्यालय केअध्यापक के लिये शैक्षणिक योग्यता क्या होनी चाहिए।

शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।टीचर विद्यार्थी को अकादमिक रुप से बेहतरीन बनाते हैं और जीवन में हमेशा अच्छा करने के लिये प्रोत्साहित करते हैं। वो विद्यार्थी को ज्ञान, कौशल और सकारात्मक व्यवहार से सज्जित करते हैं, जिससे विद्यार्थी कभी खोया हुआ महसूस नहीं कर सकता और आगे बढ़ता है।बिना शिक्षक के जीवन में कोई भी मानसिक, सामाजिक और बौद्धिक रुप से विकास नहीं कर सकता।

प्राइमरी टीचर(PRT ) बनने के लिए संक्षिप्त रूप से जानकारी

प्राइमरी टीचर(PRT) की भर्ती केन्द्रीय विद्यालय संस्थान( Kendriya Vidyalaya Sangathan) दिल्ली द्वारा आयोजित की जाती है।

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड( Central Board of Secondary Education )

इसकी स्थापना 3 नवबंर 1962 को हुई थी। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड भारत सरकार का एक शैक्षिक बोर्ड है, जो केंद्र सरकार के अधीन है। यह बोर्ड सभी केंद्रीय विद्यालयोंजवाहर नवोदय विद्यालयों, और केंद्र सरकार से Approved निजी विद्यालयों को मान्यता प्रदान करता है।

एक शिक्षक का विद्यार्धी के जीवन में क्या महत्व है-

एक शिक्षक वो व्यक्ति होता है जो अपने विद्यार्थी को सबसे बेहतरीन शिक्षा उपलब्ध कराने के द्वारा हरेक के भविष्य को आकार देता है। हर विद्यार्थी की शिक्षा में एक शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। एक शिक्षक के पास बहुत सारे गुण होते हैं और वो अपने विद्यार्थी के जीवन को सफल बनाने में पूरी तरह से दक्ष होता है।

प्राइमरी टीचर(PRT) बनने के लिए शैक्षणिक योग्यताएँ

1. 12वीं(10+2) पास करेः- अगर आपको एक विद्यालय में प्राइमरी टीचर(PRT) बनना है तो आपको 12वीं क्लास पास करनी होगी। कम से कम 50 प्रतिशत मार्क्स से ताकि आप प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा(Diploma in Elementary Education) के लिए किसी कॉलेज में आपको एडमिशन मिल सके और अपनी आगे की पढाई पूरी करें।

2. प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा :- जैसे ही आप अपनी 12वीं की पढाई पूरी कर लेते हैं। इसके बाद अब आपको 2 साल का प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा करना होता है। यह डिप्लोमा 12वीं पास करने के बाद होता है।

नोट: डिप्लोमा के अलावा भी कई ऐसे कोर्स हैं, जो प्राइमरी टीचर की पात्रता परीक्षा के लिये जरुरी होते हैं।कोई जरूरी नहीं है, कि ये सभी कोर्स हों ही। इन में से कोई एक भी एक कोर्स जरूरी होता है।

3. Diploma in Elementary Education  (D.El.Ed.) करेः- 12वीं के बाद में आप D.El.Ed. के लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह आपका 4 साल का डिप्लोमा होता है। यह प्राइमरी टीचर परीक्षा के लिए पात्रता के लिए जरूरी होता है। D.El.Ed.  एक प्रमाण पत्र है जो आपको प्राइमरी टीचर(PRT) की जाॅब में चाहिए। D.El.Ed.  एक Certificate Courses है। यह कोर्स 4 साल का होता है।

4. ग्रेजुएशन के साथ बी.एड करेः- ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद में आप बी.एड कर सकते है।ग्रेजुएशन में कम से कम 50 प्रतिशत मार्क्स होने चाहिए।

CTET (Central Teacher Eligibility Test ) सेंट्रेल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट :- केन्द्रीय विद्यालय के प्राइमरी टीचर के लिये यह प्रमाण पत्र आवश्यक है। इसमें दो पेपर होता है- पेपर-।, पेपर-।।

पेपर-। : यह पेपर बीएसटीसी(BSTC), D.El.Ed. कर चुके अभ्यर्थी दे सकते हैं । लेवल -1 वाले क्लास 1-5 तक के विद्यार्थियों को पढ़ा सकते हैं। इसमें प्राइमरी अध्यापक(Primary Teacher) आते हैं।

पेपर-।। : यह पेपर ग्रेजुएशन और दो साल का डिप्लोमा कर चुके डिग्री कोर्स वाले विद्यार्थी दे सकते हैं।लेवल –।। वाले अध्यापक 6-8 क्लास तक के विद्यार्थियों को पढा सकते हैं।

प्राइमरी अध्यापक(Primary Teacher) को कितनी सैलेरी और सुविधा क्या-2 मिलती है।

  • प्राइमरी शिक्षक का मूल वेतन ( बेसिक पे और ग्रेड पे के साथ):- 35400 Rs.
  • सरकार की दरें और भत्ते भी मिलते हैं।
  • एक्सपीरियंस के आधार पर सैलरी में वृद्धि होती रहती है।
प्राइमरी शिक्षक(PRT) के चयन प्रकिया में क्या-2 होता है।
  • लिखित परीक्षा।
  • साक्षात्कार।
  • मेरिट लिस्ट ।
  • कागजातों की जाँच।

“A fully rational society will become the best teacher among us and the rest will have to be satisfied in less than that. —Lee Luck

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