प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल कलिंग
आधुनिक उड़ीसा प्रान्त में प्राचीन काल का कलिंग राज्य बसा हुआ था। यह दक्षिणी उड़ीसा का नाम था। उत्तर उड़ीसा को उत्कल कहा गया है। महाभारत में इसकी स्थिति गोदावरी नदी के उत्तर में बतायी गयी है। इसमें कलिंग के राजा का नाम चित्रांगद मिलता है।
कालिदास ने रघुवंश में कलिंग के वीरों का उल्लेख किया है जिनके पास विशाल गजसेना थी। रघुवंश में वहाँ के राजा का नाम हेमांगद मिलता है। अर्थशास्त्र में कलिंग के हाथियों को श्रेष्ठ बताया गया है। मौर्य सम्राट अशोक ने 261ई. पू. में एक भीषण युद्ध के पश्चात् कलिंग पर अपना आधिपत्य जमाने में सफलता पाई थी। मौर्य साम्राज्य का यहाँ एक प्रान्त था जिसकी राजधानी तौषलि में थी। मौर्यकाल के बाद प्रथम शता. ईस्वी में खारवेल ने कलिंग में एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना की थी। उसने कलिंग नगर को भव्य-भवनों एवं मार्गों से अलंकृत करवाया था।
अर्थशास्त्र का रचयिता कौन है ?
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव 2. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास, लेखक- वी.डी.महाजन
