जैन तीर्थंकर
- मार्च- 2021 -31 मार्चइतिहास
गुप्त काल में मूर्तिकला का इतिहास की स्लाइड
गुप्त सम्राटों के संरक्षण में भागवत धर्म का पूर्ण विकास हुआ तथा उनकी सहिष्णुता की नीति ने अन्य धर्मों एवं…
Read More » - 29 मार्चइतिहास
गुप्तकालीन कला और स्थापत्य कला की स्लाइड
गुप्त काल में संपूर्ण उत्तर भारत में हमें अद्भुत कलात्मकता दिखाई देती है। कला की विविध विधाओं जैसे- वास्तु, स्थापत्य,…
Read More » - 25 मार्चइतिहास
स्कंदगुप्त का इतिहास की स्लाइड
कुमारगुप्त प्रथम की मृत्यु की मृत्यु के बाद गुप्त शासन की बागडोर उसके सुयोग्य पुत्र स्कंदगुप्त के हाथों में आई।…
Read More » - अप्रैल- 2020 -20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों का धार्मिक जीवन
चालुक्य ब्राह्मण धर्मानुयायी थे तथा उनके कुल देवता विष्णु थे। इसके अलावा वे लोग शिव की भी पूजा करते थे।…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -22 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक परमर्दिदेव (परमल) का इतिहास
चंदेल लेखों में मदनवर्मा के बाद परमर्दि का नाम मिलता है। उसे तत्पादानुध्यात कहा गया है। इससे पता चलता है,…
Read More » - सितम्बर- 2019 -17 सितम्बरप्राचीन भारत
गुप्तकालीन कला और स्थापत्य कला
कला की विविध विधाओं जैसे- वास्तु, स्थापत्य, चित्रकला, मृदभांड कला आदि इस युग में विकसित हुई। धर्म एवं कला का…
Read More » - 7 सितम्बरप्राचीन भारत
गुप्त काल में मूर्तिकला का इतिहास
एकमुखी शिवलिंग भूमरा के शिवमंदिर के गर्भगृह में स्थापित है। इन मूर्तियों को मुखलिंग कहा जाता है। मुखलिंगों के अलावा…
Read More » - अगस्त- 2019 -28 अगस्तप्राचीन भारत
स्कंदगुप्त ‘क्रमादित्य’ का इतिहास
स्कंदगुप्त के अनेक अभिलेख हमें प्राप्त होते हैं, जिनसे उसके शासन-काल की महत्त्वपूर्ण घटनाओं की सूचना मिलती हैं। इन अभिलेखों…
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