परमभट्टारक
- अप्रैल- 2021 -19 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश के शासक प्रभाकरवर्धन का इतिहास
थानेश्वर के वर्द्धनों का क्रमबद्ध इतिहास प्रभाकरवर्धन के समय से मिलने लगता है। प्रभाकरवर्द्धन वर्द्धन वंश की स्वतंत्रता का जन्मदाता…
Read More » - 17 अप्रैलइतिहास
वर्धन वंश का राजनीतिक इतिहास की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य के पतन के बाद उत्तर भारत के राजवंशों में थानेश्वर का पुष्यभूति राजवंश सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण एवं शक्तिशाली था।…
Read More » - 9 अप्रैलइतिहास
बलभी का मैत्रक वंश की स्लाइड
550 ईस्वी अर्थात् ईसा की 6वीं शता. के मध्य शक्तिशाली गुप्त साम्राज्य पूरी तरह से छिन्न-भिन्न हो गया। गुप्त साम्राज्य…
Read More » - मार्च- 2021 -13 मार्चइतिहास
गुप्त काल की शासन व्यवस्था की स्लाइड
गुप्त साम्राज्य की शासन-व्यवस्था राजतंत्रात्मक थी। मौर्य शासकों के विपरीत गुप्तवंशी शासक अपनी दैवी उत्पत्ति में विश्वास करते थे तथा…
Read More » - फरवरी- 2020 -9 फ़रवरीइतिहास
राजपूतकालीन संस्कृति का इतिहास
राजपूतकालीन( raajapootakaaleen ) भारत में राजनैतिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से अनेक परिवर्तन दिखाई देते हैं। शासन के क्षेत्र में सामंतवाद(…
Read More » - जनवरी- 2020 -8 जनवरीइतिहास
राजपूतों की शासन-व्यवस्था कैसी थी
राजपूतकालीन भारत में राजनैतिक तथा सांस्कृतिक दृष्टि से अनेक परिवर्तन दिखाई देते हैं। शासन के क्षेत्र में सामंतवाद का पूर्ण…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -18 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक हर्ष का इतिहास
खजुराहो लेख के अनुसार उसने प्रतिहार शासक क्षितिपाल (महीपाल) को पुनः कन्नौज की गद्दी पर बैठाया। ऐसा प्रतीत होता है,…
Read More » - 5 दिसम्बरइतिहास
चौहान सत्ता का चर्मोत्कर्ष – विग्रहराज चतुर्थ बीसलदेव
परमार साम्राज्य के विघटन के बाद देश की पश्चिमोत्तर सीमा की रक्षा का भार चाहमानों पर ही आ पङा तथा…
Read More » - 4 दिसम्बरइतिहास
चौहान शासक अर्णोराज का इतिहास
अजयराज का उत्तराधिकारी उसका पुत्र अर्णोराज हुआ, जिसने 1130 ईस्वी से लेकर 1150 ईस्वी तक शासन किया। लेखों में उसे…
Read More » - नवम्बर- 2019 -23 नवम्बरइतिहास
राठौङ शासक चंद्रदेव का इतिहास में योगदान
गहङवाल वंश की स्वतंत्रता का जनक चंद्रदेव था। कन्नौज से उसके चार अभिलेख मिलते हैं, जो दानपत्र के रुप में…
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