मुंज
- सितम्बर- 2021 -2 सितम्बरइतिहास
कलचुरी राजवंश का इतिहास
कलचुरी राजवंश - कलचुरियों का एक वंश सरयूपार (गोरखपुर) में भी था, परंतु चेदि (जिसका प्राचीन नाम डाहलवंश भी था)…
Read More » - जून- 2020 -19 जूनइतिहास
पद्मगुप्त “परिमल” नाटककार के बारे में जानकारी
ऐतिहासिक कवियों में पद्मगुप्त परिमल का नाम सर्वप्रथम उल्लेखनीय है, जो धारा के परमारवंशी शासक मुंज (992-998ई.) की राजसभा में…
Read More » - अप्रैल- 2020 -3 अप्रैलइतिहास
कल्याणी के चालुक्य वंश का शासक सत्याश्रय
चालुक्य वंश के शासक तैलप द्वितीय का उत्तराधिकारी सत्याश्रय हुआ। वह अपने पिता के समान महत्वाकांक्षी एवं साम्राज्यवादी शासक था।
Read More » - 3 अप्रैलइतिहास
तैलप द्वितीय कल्याणी के चालुक्य वंश का शासक था
कल्याणी के चालुक्यों का स्वतंत्र राजनैतिक इतिहास तैल अथवा तैलप द्वितीय (973-997ई.) के समय से प्रारंभ होता है। उसके पूर्व…
Read More » - जनवरी- 2020 -22 जनवरीइतिहास
राजपूतकालीन साहित्य का विवरण
राजपूत राजाओं का शासन काल साहित्य की उन्नति के लिये विख्यात है। कुछ राजपूत नरेश स्वयं उच्चकोटि के विद्वान थे।…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -26 दिसम्बरइतिहास
त्रिपुरी डाहल के कलचुरि वंश के शासक लक्ष्मणराज का इतिहास
बिल्हारी लेख के अनुसार युवराज ने कोशलराज को जीतते हुये आगे बढकर उङीसा के राजा से रत्न और स्वर्ण से…
Read More » - 17 दिसम्बरइतिहास
नवसाहसांकचरित नामक पुस्तक की रचना किसने की
नवसाहसांकचरित( navasaahasaankacharit ) प्राचीन संस्कृत ग्रंथ है। नवसाहसांकचरित के रचयिता पद्मगुप्त परिमल(Padmagupta parimal) थे।
Read More » - 12 दिसम्बरइतिहास
परमार वंश के सिंधुराज का इतिहास
नवसाहसांकचरित से पता चलता है, कि सिंधुराज ने कुंतलेश्वर द्वारा अधिग्रहीत अपने राज्य को तलवार के बल पर पुनः अपने…
Read More » - 11 दिसम्बरइतिहास
परमार वंश के शासक वाक्पति मुंज का इतिहास
प्रबंधचिंतामणि में उसके जन्म के विषय में एक अनोखी कथा मिलती है। इस कथा के अनुसार सीयक को बहुत दिन…
Read More » - 11 दिसम्बरइतिहास
स्वतंत्र परमार साम्राज्य की स्थापना : हर्ष अथवा सीयक द्वितीय (945 – 972 ईस्वी)
इस समय प्रतिहार साम्राज्य पतन की अवस्था में था। इस स्थिति का लाभ उठाते हुये सीयक ने मालवा तथा गुजरात…
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