यशोवर्मन्
- अप्रैल- 2021 -6 अप्रैलइतिहास
गुप्तोत्तर काल के जानकारी के साधन,पतन के कारण एवं शासक कुमारगुप्त का इतिहास की स्लाइड
गुप्तों के बाद के काल को गुप्तोत्तर, परवर्ती गुप्त, उत्तरगुप्त आदि नामों से जाना जाता है। उत्तरगुप्त वंश के इतिहास…
Read More » - दिसम्बर- 2019 -23 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासकों का राजनैतिक इतिहास
चंदेल वंश की स्थापना 831 ईस्वी के लगभग नन्नुक नामक व्यक्ति ने की थी। उसकी उपाधि नृप तथा महीपति की…
Read More » - 22 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक परमर्दिदेव (परमल) का इतिहास
चंदेल लेखों में मदनवर्मा के बाद परमर्दि का नाम मिलता है। उसे तत्पादानुध्यात कहा गया है। इससे पता चलता है,…
Read More » - 19 दिसम्बरइतिहास
चंदेल शासक धंग का इतिहास
धंग ने कालंजर को पूरी तरह से जीत लिया तथा कालंजर को अपने राज्य की राजधानी बनाया। उसके बाद धंग…
Read More » - 11 दिसम्बरइतिहास
स्वतंत्र परमार साम्राज्य की स्थापना : हर्ष अथवा सीयक द्वितीय (945 – 972 ईस्वी)
इस समय प्रतिहार साम्राज्य पतन की अवस्था में था। इस स्थिति का लाभ उठाते हुये सीयक ने मालवा तथा गुजरात…
Read More » - नवम्बर- 2019 -21 नवम्बरइतिहास
गुर्जर-प्रतिहार शासक महेन्द्रपाल द्वितीय तथा प्रतिहार साम्राज्य का पतन
महेन्द्रपाल द्वितीय के बाद 960 ईस्वी तक प्रतिहार वंश में चार शासक हुये - देवपाल (948-49 ईस्वी), विनायकपाल द्वितीय (953-54…
Read More » - अक्टूबर- 2019 -9 अक्टूबरइतिहास
गुप्तोत्तर काल का पतन
वाक्पतिराजकृत गौडवहो से पता चलता है, कि यशोवर्मन् ने पूर्वी भारत पर आक्रमण कर मगध के शासक की हत्या की…
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