इतिहास
- मार्च- 2023 -14 मार्च
महाराजा रणजीतसिंह का शासन तंत्र कैसा था
महाराजा रणजीतसिंह का शासन तंत्र -एकतंत्रीय शासन, मंत्री,सूबों की शासन व्यवस्था,वित्तीय प्रशासन,न्याय व्यवस्था,सैनिक व्यवस्था...
Read More » - 14 मार्च
टीपू सुल्तान का चरित्र कैसा था
टीपू सुल्तान का चरित्र (tipu sultan ka charitra)- हैदरअली की मृत्यु के बाद 1782 ई. में उसका बत्तीस वर्ष का…
Read More » - 4 मार्च
महाराजा रणजीतसिंह का राज्य विस्तार
महाराजा रणजीतसिंह का राज्य विस्तार (Expansion of Maharaja Ranjit Singh's Kingdom)- लाहौर पर भांगी मिसल का अधिकार था। रणजीतसिंह ने…
Read More » - 3 मार्च
पंजाब का अंग्रेजी राज्य में विलय
पंजाब का अंग्रेजी राज्य में विलय - 27 जून, 1839 को रणजीतसिंह की मृत्यु हो गयी। रणजीतसिंह की मृत्यु के…
Read More » - 3 मार्च
रणजीत सिंह का जीवन परिचय
रणजीत सिंह का जन्म 13 नवंबर 1780 ई. को सुकरचकिया मिसल के नेता महासिंह के यहाँ हुआ था। उस समय…
Read More » - 2 मार्च
पंजाब का उत्थान
पंजाब का उत्थान - मुगल शासकों के अत्याचारों का सामना करने, सिक्खों को एकता के सूत्र में बाँधने तथा उन्हें…
Read More » - 1 मार्च
मैसूर राज्य का उत्थान एवं पतन
मैसूर राज्य की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि - भारत के पूर्वी और दक्षिणी घाट, दक्षिण के सुदूर भाग में जहाँ मिलते हैं,…
Read More » - फरवरी- 2023 -28 फ़रवरी
रणजीत सिंह एक विजेता,राजनीतिज्ञ, साम्राज्य निर्माता एवं प्रशासक के रूप में
रणजीत सिंह का प्रारंभिक जीवन - रणजीत सिंह का जन्म 13 नवम्बर, 1780 ई. को हुआ। उनके पिता महासिंह सिक्खों…
Read More » - 27 फ़रवरी
अमृतसर की संधि का महत्त्व
अमृतसर की संधि का महत्त्व - रणजीतसिंह का बढता हुआ प्रभाव और साम्राज्य विस्तार, विशेषतया सतलज के पार देखकर अंग्रेज…
Read More » - 26 फ़रवरी
श्रीरंगपट्टम की संधि किस-किस के बीच हुई
श्रीरंगपट्टम की संधि (shreerangapattam kee sandhi) मार्च 1792 ई. को अंग्रेजों एवं टीपू सुल्तान के मध्य हुई थी। लॉर्ड कॉर्नवालिस ने तृतीय आंग्ल-मैसूर…
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