इतिहासप्रमुख स्थलप्राचीन भारत
प्राचीन इतिहास तथा संस्कृति के प्रमुख स्थल पुण्ड्रवर्धन
गुप्त शासक कुमारगुप्त प्रथम(415-455 ई.) के समय में उत्तरी बंगाल में ‘पुण्ड्रवर्धन’ गुप्तों का एक प्रदेश था। आधुनिक बांगला देश के दीनाजपुर जिले में स्थित दामोदरपुत्र से उसका ताम्रपात्र मिलता है। जिसमें इस प्रांत (भुक्ति) का उल्लेख है। इसी में कोटिवर्ष नामक जिला (विषय) भी था। इसी स्थान से दानपत्र प्रचलित हुए थे।
गुप्त कालीन शासन व्यवस्था कैसी थी
लेख में ‘कोटिवर्षअधिष्ठानाधिकरणस्य’ अंकित है। कुमारगुप्त के समय यहाँ का शासक चिरादत्त था। बुधगुप्त के समय में यहाँ का शासक ब्रह्मदत्त बना। लगभग एक शती(443-543 ई.) तक यह प्रान्त गुप्त साम्राज्य का अभिन्न अंग बना रहा।
References : 1. पुस्तक- प्राचीन भारत का इतिहास तथा संस्कृति, लेखक- के.सी.श्रीवास्तव
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