बादामी
- फरवरी- 2023 -7 फ़रवरीआधुनिक भारत
नाना फङनवीस का मराठों के सुदृढीकरण में योगदान
नाना फङनवीस -नाना फङनवीस का जन्म 1742 ई. में हुआ था और 58 वर्ष की अवस्था में अर्थात् 1800 ई.…
Read More » - सितम्बर- 2021 -7 सितम्बरइतिहास
कल्याणी के चालुक्य शासकों का इतिहास
कल्याणी के चालुक्य - दक्षिण भारत के इतिहास में चोलों की भाँति चालुक्यों का बादामी वंश पर्याप्त विख्यात था। परंतु…
Read More » - अप्रैल- 2021 -29 अप्रैलइतिहास
स्लाइड : कदंब राजवंश का इतिहास
कदंब राजवंश का उत्कर्ष चोथी शता.ईस्वी के मध्य से दक्षिणापथ के दक्षिण-पश्चिम में हुआ। इस समय समुद्रगुप्त के दक्षिणापथ-अभियान के…
Read More » - मई- 2020 -6 मईइतिहास
नरसिंहवर्मन प्रथम का संबंध किस प्राचीन राजवंश से था
महेन्द्रवर्मन के बाद उसका पुत्र नरसिंहवर्मन प्रथम (630-668ई.) में कांची के पल्लव वंश का राजा बना। वह अपने काल का…
Read More » - 6 मईइतिहास
कांची के पल्लव नरेस परमेश्वरवर्मन प्रथम का इतिहास
कांची के पल्लव शासक महेन्द्रवर्मन द्वितीय का पुत्र तथा उत्तराधिकारी परमेश्वरवर्मन प्रथम था। इसने 670-700ई. तक राज्य किया था। इसके…
Read More » - अप्रैल- 2020 -26 अप्रैलइतिहास
कदंब राजवंश का इतिहास
कदंब राजवंश का चोथी शता.ईस्वी के मध्य से दक्षिणापथ के दक्षिण-पश्चिम में उत्कर्ष हुा। इस समय समुद्रगुप्त के दक्षिणापथ-अभियान के…
Read More » - 22 अप्रैलइतिहास
चालुक्यकालीन संस्कृति का इतिहास
बादामी के चालुक्यों ने दो शताब्दियों तक दक्षिणापथ पर शासन किया। वे धर्मनिष्ठ हिन्दू थे और उन्होंने धर्मशास्त्रों के अनुसार…
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चालुक्यों का साहित्य
चालुक्य शासकों के काल में साहित्य, धर्म, कला के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण प्रगति हुई। ह्वेनसांग चालुक्य राज्य के लोगों को…
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चालुक्यों के काल में कला और स्थापत्य कला : बादामी,ऐहोल,पत्तडकल
चालुक्य शासन में कला और स्थापत्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई। इस समय जैनों तथा बौद्धों के अनुकरण पर…
Read More » - 20 अप्रैलइतिहास
चालुक्यों का धार्मिक जीवन
चालुक्य ब्राह्मण धर्मानुयायी थे तथा उनके कुल देवता विष्णु थे। इसके अलावा वे लोग शिव की भी पूजा करते थे।…
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